Gold Price Today: MCX पर सोना ₹1.40 लाख के पार, बनाया ऑल-टाइम हाई, नए साल से पहले रिकॉर्ड

Gold price today in India: MCX पर 24 कैरेट सोना पहली बार ₹1.40 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचा। जानिए तेजी की वजह और 2026 का टारगेट।

Update: 2025-12-26 19:56 GMT

Gold Price Today: नए साल से ठीक पांच दिन पहले सोने ने रिकॉर्ड बनाकर बाजार को चौंका दिया है। वायदा बाजार में 24 कैरेट गोल्ड पहली बार ₹1.40 लाख प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया। MCX पर रात करीब 9:08 बजे सोने की कीमत ₹2,153 यानी 1.56% उछलकर ₹1,40,250 प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई। ट्रेडिंग के दौरान सोने का लो लेवल ₹1,38,574 रहा। साल के आखिरी दिनों में आई इस तेजी ने निवेशकों के बीच यह सवाल तेज कर दिया है कि क्या नए साल में भी gold price rally जारी रहेगी या यहां से करेक्शन देखने को मिलेगा।

20 साल में कैसे बढ़ता गया सोना, अब रफ्तार सबसे तेज
बीते दो दशकों में सोने के दाम बढ़ने की रफ्तार लगातार तेज होती गई है। साल 2006 में ₹10,000 प्रति 10 ग्राम से शुरू हुआ सफर 2025 के अंत तक ₹1,40,000 के स्तर तक पहुंच गया। खास बात यह है कि जहां पहले ₹10,000 की छलांग लगाने में कई साल लगते थे, वहीं 2025 में यह अंतर कुछ ही हफ्तों में पूरा हो गया। आंकड़े बताते हैं कि ₹1,30,000 से ₹1,40,000 पहुंचने में महज 72 दिन लगे, जो gold price surge की असाधारण गति को दिखाता है।
तेजी की पहली वजह, वैश्विक तनाव और अनिश्चितता
सोने की कीमतों में इस तूफानी उछाल की सबसे बड़ी वजह global geopolitical tension मानी जा रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध अब भी जारी है, वेनेजुएला से कच्चे तेल की सप्लाई को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और अफ्रीका में ISIS के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई की खबरों ने बाजार में डर बढ़ाया है। ऐसे माहौल में निवेशक शेयर बाजार जैसे जोखिम भरे एसेट्स से पैसा निकालकर safe haven asset यानी सोने की ओर रुख करते हैं। इसी कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना करीब 4,500 डॉलर प्रति औंस के आसपास पहुंच गया है, जिसका सीधा असर घरेलू कीमतों पर दिखा।
दूसरी वजह, ब्याज दर कटौती की उम्मीद
दूसरी अहम वजह है ब्याज दरों को लेकर बदलता वैश्विक माहौल। बाजार को उम्मीद है कि अमेरिकी सेंट्रल बैंक अगले साल दो बार interest rate cut कर सकता है। जैसे ही ब्याज दरें घटती हैं, एफडी, बॉन्ड और सेविंग स्कीम्स का रिटर्न कम आकर्षक हो जाता है। ऐसे में निवेशकों के लिए सोना एक बेहतर विकल्प बन जाता है। यही वजह है कि हाल के महीनों में gold ETF investment बढ़ा है और कई केंद्रीय बैंक भी बड़े पैमाने पर सोने की खरीद कर रहे हैं।
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं, 2026 का गोल्ड टारगेट
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक 2025 में सोने ने हाल के वर्षों की सबसे मजबूत तेजी देखी है। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव, गोल्ड ETF में निवेश, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और सेंट्रल बैंकों की खरीद जैसे फैक्टर 2026 में भी सपोर्ट दे सकते हैं। हालांकि, इतनी तेज बढ़त के बाद बीच-बीच में price correction की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद लंबी अवधि में सोने में 10–12% और तेजी की गुंजाइश बनी हुई है और भाव धीरे-धीरे ₹1,50,000 के स्तर की ओर बढ़ सकते हैं।
1.60 लाख तक जाएगा सोना? ग्लोबल बैंकों का अनुमान
ग्लोबल इनवेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs के एक सर्वे के मुताबिक अगले साल तक सोने में 36% तक की बढ़त संभव है और अंतरराष्ट्रीय कीमतें 5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। भारतीय कीमतों में देखें तो यह स्तर करीब ₹1.58 लाख प्रति 10 ग्राम के आसपास बैठता है। वहीं JP Morgan का अनुमान है कि 2026 के अंत तक सोना 5,000 डॉलर के स्तर को छू सकता है, जिससे घरेलू बाजार में भाव ₹1.56 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। ये अनुमान GST और स्टांप ड्यूटी के बिना हैं।
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