IAS Kumar Vishwaranjan: कौन है आईएएस कुमार विश्वरंजन, जिन्हें बनाया गया चिप्स के CEO

IAS Kumar Vishwaranjan: भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2020 बैच के आईएएस अफसर कुमार विश्वरंजन को चिप्स का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बनाया गया है. वर्त्तमान में विश्वरंजन( मंत्रालय में उप सचिव थे.

Update: 2024-11-12 05:24 GMT

IAS Kumar Vishwaranjan: छत्तीसगढ़ सरकार ने आईएएस कुमार विश्वरंजन(IAS Kumar Vishwa Ranjan) को बड़ी जिम्मेदारी दी है.  भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2020 बैच के आईएएस अफसर कुमार विश्वरंजन को चिप्स का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बनाया गया है. वर्त्तमान में विश्वरंजन( मंत्रालय में उप सचिव थे. 




 


इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से आदेश जारी किया गया है. जारी आदेश के अनुसार, राज्य शासन एतद्वारा कुमार बिश्वरंजन, भा.प्र.से. (2020), उप सचिव, मंत्रालय को अस्थायी रूप से आगामी आदेश पर्यन्त चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, चिप्स के पद पर पदस्थ किया गया है. भारतीय प्रशासनिक सेवा (वेतन) नियम, 2016 के नियम-12 के तहत् चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, चिप्स के असंवर्गीय पद को प्रतिष्ठा एवं जिम्मेदारी में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ वेतनमान के संवर्गीय पद के समकक्ष घोषित किया गया है. 

कौन है आईएएस कुमार विश्वरंजन

आईएएस कुमार विश्वरंजन 2020 बैच के अफसर हैं. आईएएस कुमार बिश्वरंजन का जन्म 4 जून 1993 को ओडिशा के जगतपुर में हुआ. उनके पिता बेनुधर एक गरीब किसान है। उनकी माता मिनाती सिलाई का काम करती हैं। गरीब परिवार में जन्मे बिश्वरंजन ने कई तकलीफों के साथ अपनी शिक्षा पूरी की. आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद भी उनके माता-पिता नहीं चाहते थे कि बच्चों की पढ़ाई में उनकी आर्थिक स्थिति बाधक बने और बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्होंने जी– तोड़ मेहनत की. बच्चों की शिक्षा के लिए बिश्वरंजन की माता मिनाती सन 2003 में अपने बच्चों को लेकर राजधानी भुवनेश्वर आ गई. राजधानी के नीलाद्री विहार इलाके में सेक्टर 3 में किराए के मकान में रहकर मिनाती ने बच्चों को पढ़ाया. पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए सिलाई का काम शुरू किया और लोगों के कपड़े सिल कर बच्चों के फीस व किताबों का खर्च उठाया.

माता-पिता की मेहनत को देखते हुए बिश्वरंजन ने भी कड़ी मेहनत की. उन्होंने नीलाद्री विहार सरस्वती शिशु मंदिर से अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी की. 10वीं बोर्ड परीक्षा में बिश्वरंजन ने राज्य में छठवां व 12वीं में पूरे प्रदेश में आठवां स्थान प्राप्त किया.

फिर आईआईटी गुवाहाटी से बीटेक की डिग्री लेने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की. 2018 यूपीएससी में उन्हें 391 वीं रैंक मिली. और वे भारतीय रेलवे लेखा सेवा के लिए चुने गए. ट्रेनिंग करते हुए उन्होंने यूपीएससी 2019 दिया. जिसमें उन्हें 182 वीं रैंक मिली और वह आईएएस के लिए चुन लिए गए. कुमार बिश्वरंजन ने 12 अगस्त 2020 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सहायक कलेक्टर नियुक्त किया गया. वही उनकी पहली पोस्टिंग दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले में एसडीएम के रूप में हुई. 

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