CG ACB Raid 2024: कोयला घोटाला एक और गिरफ्तारी: छत्‍तीसगढ़ सहित 4 राज्‍यों में छापा पर एसीबी ने जारी किया बयान, बताया...

CG ACB Raid 2024:

Update: 2024-08-16 13:03 GMT

CG ACB Raid 2024: रायपुर। कोयला घोटाला की जांच कर रही एसीबी ने आज छत्‍तीसगढ़ सहित 4 राज्‍यों में 24 स्‍थानों पर छापामार कार्रवाई की। छापे सौम्या चौरसिया, तत्कालीन उप सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय, समीर बिश्नोई, तत्का० निदेशक, संचालनालय, भौमिकी एवं खनिकर्म और रानू साहू तत्कालीन कलेक्टर, कोरबा से जुड़े लोगों के ठिकानों पर मारे गए।

एसीबी की तरफ से जारी बयान के अनुसार छापे राजस्थान व रायगढ़ में 02-02 स्थानों पर, बैंगलौर, जमशेदपुर (झारखंड), कोरबा, गरियाबंद में 1-1 स्थान पर, महासमुंद में 03 स्थान पर, दुर्ग में 08 स्थानों पर और रायपुर में 05 स्थानों पर, इस प्रकार कुल 24 स्थानों पर कार्यवाही की गई है। उक्त सभी मामले अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने (धारा 13 (1) (बी), 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) से संबंधित हैं। अब तक की कार्यवाही में अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है। वाहनों से संबंधित बहुत से दस्तावेज और अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लेपटॉप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं जिनमें संपत्तियों की जानकारी दर्ज है। दस्तावेजों एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है।

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अवैध कोल लेवी प्रकरण में आरोपी मनीष उपाध्याय गिरफ्तार

अवैध कोल लेवी में एसीबी ने आरोपी मनीष उपाध्याय पिता गेंदालाल उपाध्याय, भिलाई को गिरफ्तार किया है। उपाध्‍याय को विशेष न्यायालय, रायपुर पेश किया गया। कोर्ट ने 23 अगस्‍त तक उक्त आरोपी को पुलिस रिमाण्ड पर ब्यूरो को सौंपा गया है। यह आरोपी काफी लम्बे समय से फरार था। इससे पूछताछ पर नये तथ्यों का खुलासा होने की पूर्ण सम्भावना है।

फुलप्रूफ प्लान

एसीबी चीफ अमरेश मिश्रा पहले एनआईए में रहे हैं। सीएम विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर उन्हें फरवरी में वापिस बुलाया था। तीनों अफसरों के यहां छापे का उन्होंने ऐसा प्लान बनाया कि कहीं से सूचना लीक नहीं हो पाई। एसीबी ने छत्तीसगढ़ के भिलाई, कोरबा और रायगढ़ के साथ ही कर्नाटक, राजस्थान और झारखंड के 19 जगहों पर एक साथ छापा मारा। सूत्रों का कहना है, इतनी बड़ी टीम बनाने में एसीबी को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एसीबी के अधिकारियों के साथ पुलिस पार्टी, गवाह, वीडियो रिकार्डिंग के लिए टीम। सभी मिलाकर करीब 200 से अधिक लोगों की पार्टी।

गुप्त स्थान पर प्लानिंग?

एसीबी ने इन अफसरों के यहां छापा मारने के लिए 19 स्पेशल टीम तैयार की थी। हालांकि, एसीबी के पास इतनी बड़ी टीम नहीं है। सो समझा जाता है कि राज्य पुलिस से भी फोर्स लिया गया होगा। मगर कार्रवाई इतनी गोपनीय रखी गई कि किसी को कानो कान खबर नहीं हो पाई। एसीबी की 19 टीमें 14 अगस्त को राजस्थान और झारखंड के लिए रवाना हो गई थी। रायगढ़ और भिलाई के लिए कल देर रात रायपुर एयरपोर्ट के एक सूनसान जगह पर एसीबी के अधिकारी एकत्रित हुए और वहां से भी टारगेट के लिए रवाना हुए। मगर जानकारी यह भी है कि छापे की प्लानिंग किसी गुप्त स्थान पर बनाई गई। क्योंकि, एसीबी मुख्यालय में इतने हाई प्रोफाइल छापे की योजना तैयार की जाएगी, सूत्रों को ऐसा प्रतीत नहीं होता।

समीर के ससुराल में

एसीबी ने आज सुबह पांच बजे छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस समीर विश्नोई के राजस्थान के अनूपगढ़ स्थित ससुराल में दबिश दी। वहां समीर के साले का परिवार रहता है। एसीबी टीम ने जब वहां पहुंची तो रिमझिम बारिश हो रही थी। लिहाजा, पूरा परिवार गहन निद्रा में था। कॉलबेल बजाने पर उनके परिवार की एक महिला बाहर आई, तो छत्तीसगढ़ की टीम ने अपना परिचय दिया। उनके साथ राजस्थान पुलिस भी सादे ड्रेस में थी। एसीबी के अधिकारियों ने दो दिन पहले ही राजस्थान पुलिस ने लाइनअप कर लिया था। बता दें, समीर की पत्नी प्रीति गोदारा की मां जयपुर की महापौर रह चुकी है। समीर विश्नोई के यहां ईडी ने छापा मारा था, उस समय उनके आवास से 4 किलो सोना, 20 कैरेट का हीरा और 47 लाख नगद बरामद हुआ था। बाद में समीर की सास ने कहा था कि सोना उनका है। बहरहाल, इसी मामले में एसीबी टीम ने आज रेड किया है।

तीनों अधिकारी जेल में

आईएएस समीर विश्नोई, रानू साहू और छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। बहुचर्चित कोल स्कैम में इन तीनों अधिकारियों के यहां ईडी ने छापा मारा था। इसमें समीर विश्नोई के यहां 4 किलो सोना और 47 लाख रुपए मिले थे। रानू साहू और सौम्या चौरसिया के यहां कोल स्कैम में लेनदेन के काफी साक्ष्य मिले थे। इस आधार पर ईडी ने गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में ईडी ने इस केस को छत्तीसगढ़ के एसीबी को सौंप दिया।

2009 और 2010 बैच के आईएएस

समीर विश्नोई 2009 बैच और रानू साहू 2010 बैच की आईएएस हैं। समीर कोंडगांव के कलेक्टर रहने के बाद माईनिंग कारपोरेशन के एमडी रहे। वहीं, रानू साहू कांकेर, बालोद और कोरबा की कलेक्टर रहीं। रायगढ़ कलेक्टर रहने के दौरान ही उनके यहां ईडी का छापा पड़ा था।

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