ब्रेकिंग : सबसे सस्ता कोरोना टेस्टिंग किट को भारत ने किया विकसित…. स्वदेशी एंटीबॉडी टेस्ट किट का स्वास्थ्य मंत्री ने किया ऐलान…..खुद से कर सकेंगे टेस्ट… सिर्फ 50….

Update: 2020-05-11 03:08 GMT

नयी दिल्ली 10 मई 2020। भारत में कोरोना की जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने स्वदेशी तकनीक पर आईजीजी एलिसा टेस्ट किट को विकसित किया है। इससे मानव शरीर में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह संक्रमण के संपर्क में आने वाली आबादी के अनुपात की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

भारत ने कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने वाली टेस्टिंग किट को विकसित कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया है कि पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए पहली स्वदेशी एंटी-सार्स-सीओवी-2 मानव परीक्षण किट को सफलतापूर्वक विकसित किया है.

बता दें कि देश में चीन में बने हुए रैपिड टेस्ट किट से कोरोना की जांच को प्रतिबंधित किया जा चुका है। कई राज्यों में चीनी टेस्ट किट से हुई जांच में त्रुटि पाई गई थी। जिसके बाद आईसीएमआर ने इससे राज्यों को जांच न करने की सलाह दी थी।दो दिन पहले हैदराबाद की एक कंपनी जेनोमिक्स बायोटेक ने सबसे सस्ता टेस्ट किट बनाने का दावा किया था। साथ इस रैपिड किट को लेकर ये भी कहा जा रहा था कि इससे कोई भी खुद से अपने घर पर कोरोना का टेस्ट कर सकता है। कंपनी के मुताबिक एक किट की कीमत सिर्फ 50 से 100 रुपये बीच होगी। जबकि चीन से मंगाई गई रैपिड टेस्ट किट की कीमत 400-600 रुपये थी। खास बात ये है कि आप इस किट से खुद टेस्ट कर सकते हैं।

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