ब्रेकिंग : को-वैक्सीन अभी छत्तीसगढ़ में नहीं लगायी जायेगी……स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव का बड़ा बयान- थर्ड फेज पूरा हो जाये उसके बाद लगवायेंगे, अभी एक्सपायर नहीं हो रही है वैक्सीन, नहीं दे सकता इजाजत”
रायपुर 12 फरवरी 2021। छत्तीसगढ़ में कोरोना की को-वैक्सीन को लेकर विवाद गरमाया हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि को-वैक्सीन अब हेल्थ के फ्रंट लाइन वर्कर और कोरोना के फ्रंट लाइन वर्करों को नहीं लगाया जायेगा, हालांकि कोई अगर अपनी मर्जी से को-वैक्सीन को चुनना चाहते हैं, उन्हें मनाही नहीं है। दरअसल को-वैक्सीन को लेकर राज्य और केंद्र में तकरार तब से है, जब से बिना थर्ड ट्रायल पूरा हुए को -वैक्सीन को इजाजत दी गयी थी। हालांकि असहमति के बावजूद केंद्र ने कोविशील्ड के साथ-साथ को-वैक्सीन की खेप भी भेजी गयी थी। छत्तीसगढ़ में को वैक्सीन लगाने से स्वास्थ्य मंत्री सीधे तौर पर इनकार कर दिया था।
इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने दो पत्र केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन को लिखा था। आखिरी पत्र 8 फरवरी को लिखा गया था, जिसका जवाब केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कल भेजा था, जिसमें उन्होंने आश्वस्त किया था कि को-वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। लेकिन स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने साफ कर दिया है कि बिना थर्ड फेज का ट्रायल पूरा किये बगैर को-वैक्सीन के डोज नहीं लगाये जायेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि…
“को-वैक्सीन की खेप लगेगी, लेकिन समय आने पर लगेगा, थर्ड फेज का ट्रायल पूरा होने के बाद वैक्सीन लगेगी, मैंने पत्र इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री को लिखा था, जिसका जवाब भी आया है। मैं कहना चाहता हूं कि कोविशील्ड के साथ कोई फार्म नहीं है, लेकिन को-वैक्सीन के साथ एक फार्म भरना पड़ता है, जिसमें ये लिखा है कि दो फेज के ट्रायल में ये वैक्सीन सक्सेस रही है, जबकि थर्ड फेज का ट्रायल चल रहा है, इसके थर्ड फेज के ट्रायल की जिम्मेदारी उस कंपनी की है, जो इसे बना रही है, सरकार कंपनी के एजेंट के रूप में क्यों काम कर रही है। वैक्सीन अभी एक्सपायर नहीं हो रही है, पहले जो खेप आयी थी, वो मई में एक्सपायर होगी, जो दूसरी खेप आयी है वो जून-जुलाई में होगी, इसलिए अभी कोई एक्सपायर होने की बात नहीं है, तब तक थर्ड फेज का ट्रायल पूरा हो जायेगा और फिर लोगों को लगाया जायेगा”