निगम-मंडल में नियुक्ति पर BJP-कांग्रेस आमने-सामने : उपासने ने पैसे के लेन-देन की तरफ किया इशारा, बोले- समर्पित कार्यकर्ताओं को करना पड़ेगा इंतजार… जवाब में आरपी ने कहा … हो सकता है वो अपनी पार्टी का अनुभव बता रहे हों..

Update: 2020-07-10 12:08 GMT

रायपुर, 10 जुलाई, 2020।निगम-मंडल में नियु्क्ति का काउंटडाउन शुरू होते ही प्रदेश की सियासत गरम हो गयी है। बीजेपी कभी संसदीय सचिवों के औचित्य पर तो कभी निगम मंडलों के संभावितों पर सवाल उठा रही है। आरोपों की कड़ी में आज प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने नियुक्ति में लेनदेन की आशंका जताकर हलचल तेज कर दी। हालांकि बीजेपी के इस आरोप पर कांग्रेस ने भी तीखा पलटवार किया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह ने आरोपों पर उपासने को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि बीजेपी अपने कार्यकाल के अनुभव को बयां कर रही हैं। क्योंकि बीजेपी अपने शासनकाल में इस तरह की नियुक्तियां करती रही है, जिसमें नियुक्ति का मापदंड शायद पैसे का लेनदेन ही रहता हो।

दरअसल कई दौर के मंथन के बाद निगम-मंडल और संसदीय सचिवों की नियुक्ति अब आखिरी पड़ाव पर है। खबर है कि किसी भी वक्त नियुक्ति की लिस्ट जारी हो सकती है। लेकिन नियुक्ति के ठीक पहले बीजेपी प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने नया शगुफा छोडा है। उपासने ने आरोप लगाया है कि नियुक्ति में बड़ी मात्रा में लेन-देन की बू आ रही है। पहली सूची में उन्हीं लोगों के नाम होंगे जिन्होंने बड़ी मात्रा में धन खर्च किया है। पिछले 15 साल से तन मन धन से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को किसानों की तरह दूसरी किस्त का इंतजार करना पड़ेगा।
उपासने ने कांग्रेस नेताओं से कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम दिल्ली से निगम मंडलोंं की सूची लेकर आ गए हैं, कर्मठ कार्यकर्ताओं को बधाई जिन्होंने 15 वर्षों तक तन मन से पार्टी का काम किया।

उनका सूखा अब समाप्त होने का समय आ गया है, क्योंकि सूची को दिल्ली आलाकमान से हरी झंडी मिल गई है।उपासने ने दावा किया की अध्यक्ष जी की सूची से बड़ी मात्रा में लेनदेन की बू आ रही है।उपासने ने कहा कि उनका खुला आरोप है की यह सूची जारी होते ही समर्पित कार्यकर्ताओं को दिख जाएगा कि हेलिकॉप्टर नेताओं का ही बोलबाला है। जमीनी कार्यकर्ता जमीन पर ही दिखेंगे।उपासने ने दावे के साथ कहा कि यदि उनके आरोपों में सत्यता होगी तो निश्चित ही पहली जारी होने वाली सूची के पांच नामों के प्रथम दो अक्षरों का वे खुलासा कर रहे हैं जिसमें क्रमशः एस एन टी, आर टी, आर जी ए, युवा नेता एस ए व पांचवां नाम व्ही एस ही होगा।

उपासने ने प्रदेश अध्यक्ष मरकाम से पूछा है कि उनकी इस सूची में आलाकमान से आपने इन्हीं नामों पर प्रदेश प्रभारी के साथ जाकर मुहर लगाई है या नहीं? उपासने ने दावे के साथ कहा कि उनके इन बातों में सत्यता ही साबित होगी। उन्होने कहा कि निश्चित ही कांग्रेस उनके इन दावों को बकवास व हवा हवाई कहेगी परंतु इस सूची के जारी होते ही सत्यता सामने होगी व कांग्रेस में विस्फोट भी।

बीजेपी के इस आरोप पर कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि ..

“ऐसा है कि मैं तो कभी निगम-मंडल में रहा नहीं, लेकिन उपासने जी ब्रेवरेज कारपोरेशन के अध्यक्ष रह चुके हैं, उन्हें ज्यादा अनुभव होगा कि उनकी पार्टी में इस तरह की नियुक्ति किस तरह से होती थी, हो सकता है वो जो आरोप लगा रहे हैं, वो अपना अनुभव बता रहे हों, जहां तक हमारी कांग्रेस पार्टी का सवाल है तो पार्टी ने नियुक्ति का आधार तय कर दिया है, समर्पित कार्यकर्ता, जिसने पार्टी के प्रति निष्ठा रखी है और निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा की हो, उन्हें पार्टी की तरफ से जरूर उसका ईनाम दिया जायेगा..जिस तरह का आरोप बीजेपी लगा रही है, वो उनकी पार्टी की परिपाटी रही होगी, कांग्रेस में हमेशा ईमानदार, निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की कद्र भी हुई और उन्हें इसका ईनाम भी दिया गया है”

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