One Nation One Student ID: देशभर में स्टूडेंट्स को ऐसे मिलेगी पहचान: कक्षा पहली से 12 वीं के स्टूडेंट्स का बनेगा यूनिक आईडी APAAR-ID
One Nation One Student ID: CG में अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति की झलक दिखाई देने लगी है। एक देश एक पहचान की तर्ज पर अब देशभर के स्टूडेंट्स का एक आईडी बनेगा। यूनिक पहचान पत्र के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने APAAR-ID में कक्षा पहली से 12 तक के स्टूडेंट्स का यूनिक आईडी बनाने का निर्देश दिया है। इसके लिए 3-4 अक्टूबर को प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पीटीएम का आयोजन किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने प्रदेशभर के कलेक्टरों को पत्र लिखकर परिपालन कराने का निर्देश दिया है। पीटीएम में पेरेंट्स से सहमति लेकर फार्म भराएंगे। इसके बाद स्टूडेंट्स का यनिक आईडी बनाने का काम प्रारंभ होगा।
One Nation One Student ID: बिलासपुर। एक देश एक पहचान की तर्ज पर अब देशभर के स्टूडेंट्स का एक आईडी बनेगा। यूनिक पहचान पत्र के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने APAAR-ID में कक्षा पहली से 12 तक के स्टूडेंट्स का यूनिक आईडी बनाने का निर्देश दिया है। इसके लिए 3-4 अक्टूबर को प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पीटीएम का आयोजन किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने प्रदेशभर के कलेक्टरों को पत्र लिखकर परिपालन कराने का निर्देश दिया है। पीटीएम में पेरेंट्स से सहमति लेकर फार्म भराएंगे। इसके बाद स्टूडेंट्स का यनिक आईडी बनाने का काम प्रारंभ होगा।
प्रथम चरण में कक्षा नवमीं से 12 वीं के स्टूडेंट्स का यूनिक आईडी बनाने का काम किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा सचिव ने प्रदेशभर के कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 प्रदेश में लागू की जा चुकी है। विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य और कौशल विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धि को ट्रैक करने के लिए एक अद्वित्तीय आईडी बनाई जाएगी जो एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी (One Nation One Student ID) के उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहयोग करेगी। यह अद्वितीय आईडी आजीवन रहेगी और आसानी से उपलब्ध होगी।
अपार आईडी के जरिए दस्तावेजों को रख सकेंगे सुरक्षित
APAAR-ID डिजिलॉकर से लिंक करने के लिए एक सिस्टम होगा, जो विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों जैसे परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, लर्निंग आउटकम के अलावा विद्यार्थियों की अन्य उपलब्धियों चाहे वह ओलंपियाड, खेल, कौशल प्रशिक्षण या अन्य किसी भी क्षेत्र हो, को डिजिटल रूप से स्टोर करने का माध्यम होगा। विद्यार्थी भविष्य में अपनी उच्च शिक्षा या रोजगार के उद्देश्य से क्रेडिट स्कोर का भी उपयोग कर पाएंगे।
3-4 अक्टूबर को पीटीएम में लेंगे सहमति,फिर बनेगा आईडी
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के द्वारा प्रत्येक छात्र के आधार नंबर के जरिए APAAR (Automated Permanent Academic Account Registry) आई डी तैयार करेगा। जिसके लिए माता-पिता/अभिभावक की अलग से सहमति आवश्यक होगी। इसके लिए शाला स्तर पर पालक शिक्षक बैठक (Parent Teacher Meeting) 3-4 अक्टूबर 2024 को आयोजित करने कहा गया है। पीटीएम में स्कूल के हेड मास्टर, प्राचार्य पालकों व अभिभावकों से सहमति पत्र उपलब्ध करायेंगे। निर्धारित फॉर्मेट में पालक/अभिभावक सहमति पत्र में जानकारी भरकर हस्ताक्षर कर शाला के हेडमास्टर व प्राचार्य के पास जमा करेंगे। सहमति पत्र के आधार पर प्रधानपाठक, प्राचार्य के द्वारा पालक, अभिभावक एवं विद्यार्थी की जानकारी UDISEplus पोर्टल में भरेंगे। जिसके बाद विद्यार्थी का APAAR-ID केंद्र शासन के UDISEplus पोर्टल के द्वारा स्वतः तैयार कर दिया जायेगा। आईडी फ्री में बनेगा।इसके लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। बता दें कि APAAR-ID की सम्पूर्ण प्रक्रिया के क्रियान्वयन के लिए जिला शिक्षाधिकारी नोडल अधिकारी तथा जिला मिशन समन्वयक, सहायक नोडल अधिकारी होंगे। विकासखंड, संकुल एवं शाला स्तर पर दोनों अफसरों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने की जिम्मेदारी दी गई है।
पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के स्टूडेंट्स का बनेगा आईडी
प्रथम चरण में कक्षा 9 से 12 तक अध्ययनरत विद्यार्थियों के APAAR-ID तैयार किये जायेंगे। पश्चात् कक्षा 6 से 8 एवं कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों के: APAAR-ID तैयार किये जायेंगे। जिन विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने है उनके लिए विशेष कैंप आयोजित कर आधार कार्ड हेतु रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया गया है।