Korba Gangwar: CG-गैंगवार में मंत्री के करीबी के खिलाफ हत्या का प्रयास का मुकदमा दर्ज, कोयले के काले खेल में पुलिस की बड़ी कार्रवाई...
Korba Gangwar News। कोरबा । कुसमुंडा कोयला खदान में कोयला अनलोडिंग को लेकर ट्रेलर चालक पर कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह के लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल ड्राइवर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं। जिसके बाद पुलिस ने हमला करने वाले लोगों पर 307 का मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही आपराधिक षड्यंत्र के मामले में मंत्री के करीबी कांग्रेसी कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। घटना के बाद ट्रक चालकों ने काम बंद कर घंटों कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। घटना कुसमुंडा थाना क्षेत्र की है।
एसईसीएल कुसमुंडा खदान में कोयला लोडिंग-अनलोडिंग के लिए नीलकंठ कंपनी को काम मिला हुआ है। यहां 11 अप्रैल की रात लगभग 9:00 बजे कंपनी का ड्राइवर गिरधारी लाल नामदेव कोयला लोडिंग करने गया था। कोयला लोडिंग करने के बाद जब वह वापस लौट रहा था तब सतर्कता चौक के पास स्थित फेस नंबर 19.20 कांटा घर वह पहुंचा। वहां से कांटा होने के बाद जब वह आगे बढ़ ही रहा था तब केडी कंपनी के मुंशी बंशी व अशोक वहां पहुंचे और ड्राइवर को अपनी मनचाही जगह कोयला लोड करने के लिए दबाव बनाने लगे। जिस पर ड्राइवर गिरधारी नामदेव ने मना करते हुए कहा कि एसईसीएल द्वारा निर्धारित स्थान पर ही वह कोयला अनलोड करेगा। जिससे नाराज होकर केडी कंपनी के मुंशी बंशी व अशोक ने अपने 15-20 अन्य साथियों को बुला लिया व अधमरा होने तक के ड्राइवर गिरधारी लाल नामदेव की पिटाई कर दी। फिर उसे मरा समझकर छोड़ कर वहां से भाग गए। इस दौरान बीच-बचाव करने आए हैं गिरधारी नायक के एक साथी के साथ भी मारपीट की गई। आसपास के लोगों ने ड्राइवर गिरधारी नायक को इलाज के लिए एसईसीएल कुसमुंडा अस्पताल में भर्ती करवाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे कोरबा के कोसाबाड़ी स्थित एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया निजी अस्पताल में इलाज के दौरान ड्राइवर गिरधारी नायक 12 घंटे से भी अधिक समय तक बेहोश रहा जिसके चलते उसका बयान दर्ज नहीं करवाया जा सका है।
मारपीट की घटना से नाराज आक्रोशित ठेका कर्मी संचालकों ने खदान में काम बंद कर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मामले की सूचना मिलने पर दर्री सीएसपी आईपीएस रॉबिंसन गुड़िया खदान पहुंचे। उन्होंने कार्यवाही का आश्वासन देकर ठेका कर्मियों को शांत करवाया। ठेका कर्मी फिर एफआईआर दर्ज करवाने कुसमुंडा थाना भी पहुंचे। उनमें के डी कंपनी के संचालक व कुसमुंडा क्षेत्र के कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह के खिलाफ जमकर आक्रोश था। यहां नीलकंठ कम्पनी के कर्मी शिवनारायण यादव ने लिखित शिकायत सौपी की अमरजीत सिंह के इशारे पर हमला हुआ है। लिखित शिकायत मिलने के बाद कुसमुंडा पुलिस ने केडी कंपनी के मुंशी बंसी व अशोक के अलावा केडी कंपनी के संचालक कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज किया है। पूरी घटना का मास्टरमाइंड कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह को माना जा रहा है। उसी के इशारे पर कोयला अनलोडिंग करवाने के लिए उसके कर्मियों ने नीलकंठ कंपनी के चालक पर दबाव बनाया और नहीं मानने पर उस पर जानलेवा हमला किया। जिसके चलते पुलिस ने कुसमुंडा थाने में अपराध क्रमांक 69/ 23 धारा 120 बी 307, 294,323, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
मामले में कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह ने मीडिया से कहा कि घटना के वक्त वह नगर निगम के एमआईसी की बैठक में साकेत भवन में था। जिसके बाद कांग्रेस की संगठनात्मक बैठक के लिए कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष के साथ था। वह घटना में नहीं था बावजूद इसके पुलिस ने उसे बेजा आरोपी बना दिया है। हालांकि एफआईआर के अनुसार उसे घटना का मास्टरमाइंड बताया गया है, जिसके मुताबिक उसी के इशारे पर उसके कर्मियों ने वारदात को अंजाम दिया था। एफआईआर से अमरजीत का नाम हटाने के लिए कांग्रेसियों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन दिया है। वहीं दूसरी तरफ वाहन चालकों में कांग्रेसी पार्षद अमरजीत को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने कुसमुंडा थाने का घेराव कर घटना की रात्रि को ही कांग्रेसी पार्षद अमरजीत सिंह की गिरफ्तारी की मांग की थी। जिसके बाद वह अमरजीत की गिरफ्तारी को लेकर छतीसगढ़ी क्रांति सेना समेत अन्य वाहन चालकों ने जिलाधीश संजीव झा व पुलिस अधीक्षक उदय किरण को भी आज ज्ञापन सौंपा है।
क्या था विवाद का कारण:-
बताया जा रहा है कि नीलकंठम कंपनी को एसईसीएल की कुसमुंडा खदान से कोयला लोडकर रेलवे साइडिंग तक पहुंचाने का ठेका मिला है। पर केडी कंपनी के कर्मचारी तय एसईसीएल द्वारा कोयला अनलोडिंग ना कर अपने लोडिंग पॉइंट में कोयला गिराने के लिए ड्राइवर पर दबाव बना रहे थे। पर ड्राइवर के द्वारा इसके लिए मना कर दिया गया और कहा गया कि एसईसीएल द्वारा तय स्थान पर ही वह कोयला अनलोड करेगा। जिसकी वजह से उस पर हमला किया गया। हालांकि पुलिस मामला हाईप्रोफ़ाइल होने की वजह से फूंक फूंक कर कदम रख रही है और किसी भी गिरफ्तारी से पहले विवेचना के क्रम में सारे साक्ष्य एकत्रित कर रही है।