IAS Neelkanth Tekam: 23 अगस्त को भाजपा का दामन थामेंगे एक और आईएएस, VRS के लिए देख रखा है आवेदन
IAS Neelkanth Tekam: छत्तीसगढ़ के एक और आईएएस अफसर IAS Neelkanth Tekam नौकरी छोड़ कर राजनीतिक पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं।
IAS Neelkanth Tekam: रायपुर। छत्तीसगढ़ के एक और आईएएस नौकरी छोड़ कर अपनी सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस आईएएस का नाम नीलकंठ टेकाम है। मूल रुप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले आईएएस टेकाम 2008 बैच के प्रमोटी आईएएस हैं। टेकाम ने Voluntary Retirement Scheme (VRS) यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना में नौकरी छोड़ने के लिए आवेदन देख रख है।
टेकाम के भाजपा प्रवेश की तैयारी पूरी हो चुकी है। 23 तारीख को केशकाल में वे भाजपा का दामन थामेंगे। पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। बता दें कि टेकाम ने इसी वर्ष 24 मई को वीआरए के लिए आवेदन दिया था। टेकाम की सर्विस अभी करीब पांच वर्ष बची है। 2028 में उनका रिटायरमेंट है। इसके साथ ही उनके भाजपा प्रवेश की चर्चा तेज हो गई थी। टेकाम केशकाल विधानसभा सीट से ही चुनाव भी लड़ सकते हैं। वीआरएस लेकर राजनीति में आने वाले ओपी चौधरी के बाद टेकाम राज्य के दूसरे आईएएस अफसर होंगे।
अविभाजित एमपी में भी चुनाव लड़ने दे दिया था त्याग पत्र IAS Neelkanth Tekam:
आईएएस टेकाम का राजनीति में प्रवेश की इच्छा काफी पुरानी है। अविभाजित मध्य प्रदेश के दौरान उन्होंने एक बार चुनाव लड़ने के लिए त्याग पत्र दे दिया था। तब टेकाम बड़वानी जिला के एसडीएम थे। बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया था लेकिन सरकार ने उनका त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया। इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कुछ आदिवासी नेताओं के हस्तक्षेप कर उनका नामांकन वापस कराया।
Biography of IAS Neelkanth Tekam in Hindi पढि़ए... आईएएस टेकाम की छात्र राजनीति से अब प्रदेश की राजनीति तक का सफर
आईएएस टेकाम ने छात्र जीवन में ही राजनीति शुरु कर दी है। टेकाम 1990 में समाजशास्त्र से एमए कर रहे थे, तब उन्होंने कांकेर गवर्मेंट का छात्रसंघ अध्यक्ष में चुने गए थे। अविभाजित मध्य प्रदेश में 1994 में एसटी श्रेणी में पीएससी टापर बने। टेकाम मूल रुप से अंतागढ़ के सरईपारा रहने वाले हैं। प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही पूरी की। 1994 में उन्होंने MP-PSC क्रेक किया और एसटी वर्ग में टॉपर रहे। उनकी ज्यादातर पोस्टिंग बस्तर संभाग में रही। जगदलपुर में करीब 6 साल एसडीएम से लेकर अपर कलेक्टर रहे और जगदलपुर में नगर निगम कमिश्नर की जिम्मेदारी भी सम्भाल चुके हैं। वे दंतेवाड़ा जिला के जिला पंचायत सीईओ भी रहे हैं। कोंडागांव कलेक्टर रहते हुए उन्होंने नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में कोंडागांव को नंबर-1 बनाया है। साल 2008 में उन्हें IAS अवॉर्ड भी मिला है।