CG News-बिलासपुर हत्याकांड: अवैध संबंध बना हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता की मौत का कारण... पुलिस का दावा-एक माह पहले रची गई थी साजिश, दर्जन आरोपी शामिल...
बिलासपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महामंत्री संजू उर्फ प्राणनाथ त्रिपाठी के हत्या के मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। अवैध संबंधों की परिणीति के चलते कांग्रेस नेता के हत्या की स्क्रिप्ट रची गई थी। दो दिनों की पुलिस जांच में इसका खुलासा हुआ है। एक दर्जन से अधिक लोगो ने माहभर की तैयारी के बाद संजू की हत्या को अंजाम दिया था। जिसके लिए बाहर से शूटर बुलाये गए थे। आरोपी फिलहाल फरार है जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
कांग्रेस नेता की हत्या कर फरार होने वाले शूटरों की तलाश के लिए एसएसपी पारुल माथुर ने विशेष टीम का गठन किया है। टीम में दो एडिशनल एसपी,एक आईपीएस,तीन टीआई,7 एसआई समेत 22 पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है। जो अलग अलग पहलुओं व अलग अलग एंगल पर जांच कर आरोपियो का पता लगाएगी व गिरफ्तारी करेगी।
एसएसपी द्वारा बनाई टीम एडिशनल एसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल के नेतृत्व में काम कर रही है। साथ ही इसमें आईजी ऑफिस में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ एडिशनल एसपी दीपमाला कश्यप को भी रखा गया है। सिविल लाइन सीएसपी 2020 बैच के आईपीएस संदीप पटेल,एसीसीयू टीआई हरविंदर सिंह, सिविल लाइन प्रभारी परिवेश तिवारी व सिरगिट्टी टीआई पौरुष पुर्रे के अलावा अलग अलग थानों से 7 एसआई व प्रधान आरक्षक व आरक्षकों के साथ ही सकरी थाना के एएसआई जीवन साहू को भी रखा गया है।
बुधवार शाम 4 बजे जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संजू त्रिपाठी की सकरी बाई पास में अज्ञात शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। संजू उस समय सावाताल स्थित अपने फॉर्महाउस से कुदुदंड के बिलासपुर स्थित घर आ रहा था। ब्रेकर में कार की रफ्तार धीमी होने पर सामने एक स्विफ्ट कार अड़ा कर संजू की गाड़ी को पहले रोका गया। फिर पीछे से आयी नीले कलर की कार से 4 से 5 लोगो ने उत्तर कर कार के दोनो तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमे संजू के सर में व पसलियों में कई गोलियां लगी और उसकी मौत हो गयी। घटना कारित करने के बाद शूटर फरार हो गए। मौके पर पहुँची पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रायपुर रोड और उसकी विपरीत दिशा में तलाश शुरू कर दी। हालांकि पुलिस चारो तरफ नाकेबंदी की बात कह रही थी। पर शूटर पुलिस से तेज निकले। पीछे की नीले गाड़ी से उतर कर फायरिंग करने वाले शूटर कोटा की तरफ भाग गए और पुलिस रायपुर रोड के भोजपुरी टोल नाका की सीसीटीवी खंगालती रह गई थी। पुलिस को कोटा रोड के भरनी परसदा में लावारिश हालत में नीले कलर की बलेनो कार मिली। जिसे शूटरों का बताया जा रहा है। पुलिस ने उसे जब्त किया है। साथ ही आरोपियो की एक स्कार्पियो गाड़ी पुलिस ने भिलाई से लावारिश हालत में जब्त की है।
मिली जानकारी के अनुसार संजू त्रिपाठी के पिता जय नारायण त्रिपाठी के मोबाइल पर पुलिस को कई रिकार्डिंग मिली है। जिसमे जय नारायण त्रिपाठी व कपिल त्रिपाठी संजू की प्रताड़ना की बाते कर रहे हैं ऑटो काल रिकार्डिंग के चलते यह संजू के पिता जयनारायण के फोन में रिकार्ड हो गया। एक ऑडियो में कपिल प्लान ए फैल होने पर प्लान बी इस्तेमाल करने की बात अपने पिता से कह रहा है। तो वही अन्य ऑडियो क्लिप में संजू द्वारा पूरी प्रॉपर्टी हड़पने,एक लड़की को ब्लैकमेल करने व संजू की ज्यादतियों की बातचीत है। जिसके चलते संजू त्रिपाठी की हत्या का मुख्य संदेही कपिल को पुलिस मान रही है। कपिल व उसके अन्य साथी घटना के बाद से फरार है। बताया जा रहा है कि घटना के समय कपिल घर मे था। घटना के बाद वह अपने घर की सीसीटीवी बंद कर फरार है।
यह ऑडियो रिकार्डिंग मिलने के बाद पुलिस के जांच की दिशा बदली। हालांकि पुलिस शुरू से ही संजू के भाई कपिल को ही प्रॉपर्टी विवाद में हत्या का मुख्य संदेही मान रही थी। एसएसपी द्वारा बनाई गई 22 सदस्यीय जांच टीम के प्रमुख एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल ने मीडिया को बताया कि मृतक संजू के पिता जयनारायण त्रिपाठी ने एक लड़की को गोद लेते हुए दत्तक पुत्री बनाया था। पर संजू के पिता का अवैध संबंध अपनी हु दत्तक पुत्री के साथ था। खास बात यह कि मृतक हिस्ट्रीशीटर कांग्रेसी संजू का भी अपने पिता की दत्तक पुत्री मतलब अपनी मुहबोली बहन के साथ अवैध संबंध था। जिसके चलते बाप व बेटे का विवाद होता था। इसी बीच कपिल व संजू का प्रॉपर्टी विवाद शुरू हो गया तब संजू का पिता जयनारायण त्रिपाठी उसके छोटे भाई कपिल की तरफ हो गया। कपिल व उसके पिता के बीच बातचीत के मिले रिकार्डिंग व अन्य से पूछताछ व पुलिस जांच में पता चला कि मृतक संजू सभी से दुर्व्यवहार करता था। जिसके चलते बाहर से शूटर बुलाकर हत्या की प्लानिंग रची गई। जिसके लिए बाहर से शूटर बुलाये गए थे। जिसके षडयंत्र को अंजाम देने के लिए पिछले एक माह से तैयारी की जा रही थी। और इस षडयंत्र में दर्जन भर से अधिक आरोपी शामिल थे। आरोपियो के भागने के लिए एक और वाहन जब्त कर पुलिस जांच में जुटी है।