Balodabazar: रैली और प्रदर्शन का खौफ: मुख्य सचिव ने जिलों को किया अलर्ट, लोकल इंटेलिजेंस मजबूत करने पर जोर
Balodabazar: बलौदाबाजार में 2 दिन पहले उग्र भीड़ ने पूरे कलेक्टोरेट परिसर को फूंक दिया। वहां खड़ी सैकड़ों गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। इस घटना को लोकल इंटेलिजेंस की अफसलता के रुप में देखा जा रहा है। ऐसे में प्रदेश के बाकी जिलों में भी स्थानीय खुफिया तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है।
Balodabazar: रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे बलौदाबाजार जिला में 2 दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने जमकर तबाही मचाई। लाठी-डंडों और पेट्रेल बम के साथ पहुंची भीड़ ने पुलिस के सभी सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए कलेक्टोरेट भवन को फूंक दिया। सूत्रों के अनुसार इस घटना की समीक्षा के दौरान लोकल इंटेलिजेंस की असफलता की बात निकल कर सामने आई है। कहा जा रहा है कि स्थानीय खुफिया तंत्र सक्रिय होता तो भीड़ के इरादों की जानकारी पहले ही प्रशासन को मिल जाती, लेकिन हजारों की भीड़ पेट्रोल बम लेकर कलेक्टोरेट तक पहुंच गई और स्थानीय खुफिया तंत्र को इसकी भनक भी नहीं लगी।
इस घटना के बाद प्रदेश के बाकी जिलों में भी रैली- प्रदर्शनों को लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। बलौदाबाजार की घटना को देखते हुए रायपुर में कलेक्टर और एसपी जिले की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। कलेक्टर डॉ गौरव सिंह और एसपी संतोष सिंह ने आज कलेक्टोरेट परिसर स्थित सभाकक्ष में कानून व्यवस्था की बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर ने पुलिस और प्रशासन को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। ग्रामीण एवं शहरी सभी क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
कलेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि मैदानी स्तर पर पुलिस और प्रशासन के बीच समन्वय होना जरूरी है। चाहे तहसीलदार हो या थाना प्रभारी हो अपने अपने क्षेत्र में ज़मीनी स्तर पर पहुँच बनाओ साथ ही कड़ाई से अपराधियों पर नकेल कसी जाए। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा किसी भी प्रकार की रैली या प्रदर्शन पर बराबर नज़र रखी जाए। दिन और रात में पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी हर क्षेत्र में नजर आनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस अमला संजीदगी से कार्य करे, हरेक घटना पर बारीकी से नजर रखें,घटना पर सावधानी पूर्वक और त्वरित कार्रवाई किया जाए । ला एंड ऑर्डर मेंटेन रहे और समाज में एक सकारात्मक संदेश प्रसारित हो सके।
एसएसपी संतोष सिंह ने कहा कि प्रशासन और पुलिस को एकजुटता से कार्य करना होगा। जिले में अपराधियों पर गंभीरतापूर्वक कार्रवाई होनी चाहिए, विशेषकर क्राईसेस और लॉ एंड आर्डर के समय प्रशासन और पुलिस के बीच बेहतर समन्वय जरूरी है। अधिकारियों के व्यक्तिगत संबंध जनता से अच्छे होने चाहिए। इस तरह बेहतर समन्वय से लॉ एंड ऑर्डर स्थापित होगा।सूचना तंत्र मजबूत रखे,मैदानी अमला रूटीन के काम में एक दूसरे का सहयोग करे।
ज़िला पंचायत सीईओ विश्वदीप ने कहा कि पंचायती क्षेत्रों में सरपंच, सचिव, कोटवार और रोज़गार सहायक स्तर पर नाम नंबर सहित जानकारी राजस्व एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों के पास उपलब्ध रहें जिससे आवश्यकता पड़ने पर त्वरित रूप से संपर्क साधा जा सके। इस अवसर पर अपर कलेक्टर कीर्तिमान राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर सहित पुलिस और प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।