18 विधायक, तीन मंत्री, कई नौकरशाहों को हनी ट्रैप के जाल में फंसा करोड़ो का साम्राज्य तैयार करने वाली सुंदरी का दावा, मुंह खोलूंगी तो हो जाएगा राज्य में परिवर्तन

Update: 2022-12-09 11:42 GMT

एनपीजी डेस्क। हनीट्रेप का जाल बिछा करोड़ो का साम्राज्य तैयार करने वाली सुंदरी के बयानों से उड़ीसा की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। हनीट्रैप कांड की किंगपिन माने जाने वाली अर्चना नाग ने दावा किया है कि अगर उसने अपना मुंह ख़ोल दिया तो ओडिसा में सबकुछ बदल जायेगा। अर्चना नाग के दावे को राज्य में सत्ता परिवर्तन से जोड़ कर देखा जा रहा है। क्योंकि सूत्रों से पता चला है कि दर्जनों विधायक व अफसरों के अलावा तीन मंत्री भी हनीट्रैप के जाल में फंस कर शिकार हो चुके हैं। हनीट्रैप की मास्टरमाइंड सुंदरी के बयान के बाद अच्छे-अच्छो की नींद उड़ी हुई है।

ब्लेकमेलिंग का यह सिंडिकेट 2018 से 2022 तक जमकर फला- फुला। फिर एक युवती व उड़ीसा के फिल्मकार की शिकायत पर हुई गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हो सका। बताया जा रहा है कि हनीट्रैप की किंगपिन मानी जाने वाली अर्चना नाग व उसके पति जगबंधु ने बड़े नेताओं,असफ़रो,व्यापरियों व फिल्मकारों को हुस्न के जाल में फंसा कर उनका वीडियो बना उन्हें बदनाम करने की धमकी दे करोड़ो वसूले थे।माना जा रहा है कि 30 करोड़ रुपये की संपत्ति भयादोहन के इस खेल से शातिर दंपति ने बनाई है। इतने बड़े पैमाने पर रकम उगाही फिर उसे एक नंबर का पैसा बनाने के चलते ईडी इसकी जांच कर रहा है। ओडिसा के फ़िल्म निर्माता की शिकायत पर हुई एफआईआर में दोनो पति पत्नी जेल में है और अदालत ने उनकी जमानत खारिज कर दी है। ईडी ने आरोपी दंपत्ति के उन साथियो को भी हिरासत में लिया है जिन्होंने उनकी रकम को एक नंबर बनाने में मदद की थी।

कौन है हनीट्रेप सुंदरी, कैसे हुई लव मैरिज व किस तरह प्रभावशाली लोगों को अपने जाल में:-

हनीट्रैप सुंदरी का नाम अर्चना नाग व इस गंदे कारोबार में बराबर शामिल उसके पति का नाम जगबंधु चंद है। 28 वर्षीय अर्चना नॉग ओडिसा के बोलांगीर जिले के एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है। तो वही उसके पति जगबंधु चंद बालासोर जिले के गांव से ताल्लुकात रखते हैं। 28 वर्षीय अर्चना शुरू से ही महत्वाकांक्षी रही है और जल्द से जल्द अमीर बनाना चाहती थी। 2015 में वह उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर आई थी। यहां उसने इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में दाखिला ले लिया। साथ ही अपना खर्च उठाने के लिए एक प्राईवेट सिक्योरिटी फर्म में पार्ट टाइम काम करना भी शुरू कर दिया। पर कुछ ही महीनों में नौकरी छोड़ कर खुद का ब्यूटीपार्लर शुरू कर दिया। 2017 में उसकी मुलाकात जगबंधु चंद से हुई। जगबंधु भी बड़ा आदमी बनने गांव से भुवनेश्वर आया था। दोनो एक ही विचार के थे,मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले दोनो बड़ी जल्दी शॉर्टकट के रास्ते बहुत जल्दी अमीर बनना चाहते थे। समान विचारधारा होने के चलते दोनो में प्यार हो गया और शादी भी हो गई। जिसके बाद दोनो ने मिलकर हनीट्रैप रैकेट बना लिया और वसूली शुरू कर दी।

दोनो की जुगलबंदी ने ऐसा धमाल मचाया कि अच्छे- अच्छे उनके सामने पानी मांगने लगे। मशहूर व धनाढ्य लोगो से दोनो पति पत्नी किसी न किसी बहाने मिलकर अपनी नजदीकियां बढ़ाते थे। अर्चना अपने आप को वकील तो वही जगबंधु अपने आप को राजनीतिक पार्टी का मेंबर बताता था। दोस्ती बढा कर ये दोनों मशहूर व अमीर लोगो को अपने घर खाने पर बुलाते थे। जो भी आदमी एक बार खाने में गया समझ लो फिर वो परमानेंट गया। जो भी इनके घर जाता उसे किसी तरह हुस्न के जलवे दिखा कर बेडरूम तक ले जाया जाता था और जो हुस्न के जाल में नही फंसता था उसे खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर बिस्तर तक ले जाया जाता था। जहां हिडन कैमरों से आपत्तिजनक वीडियो व फ़ोटो बना कर उसके सहारे ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूली जाती थी।

युवती व फ़िल्म निर्माता ने की शिकायत:-

अक्षय परीजा उड़िया फिल्मों के निर्माता हैं। उन्होंने भुवनेश्वर ले नयापल्ली थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि अर्चना ने उनसे खुद को एक अधिवक्ता बता कर मुलाकात की थी। फिर कहा कि "मेरी एक क्लाइंट को आपने फिल्मों में काम दिलावने का झांसा देकर कास्टिंग काउच का शिकार बनाया था। जिसके फ़ोटो व वीडियो मेरे पास है और उसकी शिकायत मैं पुलिस से करने वाली हूं, यदि बचना हो तो तीन करोड़ रुपये दे दीजिए". पर फिल्मकार अक्षय परीजा उसकी धमकियों में नही आये और पुलिस में एफआईआर दर्ज करवा दिया।

दूसरी तरफ अर्चना व उसके पति जगबंधु के खिलाफ एक लड़की ने खंड़ागिरि थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। कहा जाता है कि इसी लड़की को आगे कर फिल्मकार को ब्लैकमेल किया गया था। लड़की ने शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि साल 2019 में अर्चना व उसके पति जगबंधु में उसे साल 2019 में अपने घर खाने पर बुलाया था और खाने में नशीली चीज मिलाकर उसे बेहोश कर दिया फिर निर्वस्त्र कर आपत्तिजनक फ़ोटो ले ली। जिसे वायरल न करने के एवज में उसे फ़िल्म निर्माता अक्षय परीजा से नजदीकियां बढा कर हनीट्रैप में फँसाने का काम सौपा गया।

पुलिस अर्चना व उसके पति जगबंधु को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनकी जमानत याचिका भी निचली अदालत से खारिज हो गई। जब उन्हें अदालत में पेशी के लिए लाया गया तब अर्चना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि " उसे गलत तरीके से फंसाया गया है, और जब वह अपना मुंह खोलेगी,तो पूरे राज्य में परिवर्तन हो जाएगा। अदालत में पेशी के दौरान पत्रकारों के सवाल के जवाब में अर्चना ने कहा कि " जबरन मेरा मुँह बंद कर मेरा चेहरा ढक कर मुझे अदालत भेजा गया। गिरफ्तारी के पहले छ दिनों तक मैं जान ही नही पाई कि मेरे साथ क्या हो रहा है, पुलिस ने मुझे गलत तरीके से एक थाने में 60 घण्टे से भी ज्यादा समय तक अवैध हिरासत में रखकर प्रताड़ित किया गया और मुझे मेरे बुजुर्ग मां- बाप से भी मिलने की इजाजत भी नही दी गई है। उसने कहा कि " तथाकथित पीड़ित छिप क्यो रहे हैं? मैने अक्षय परीजा से कोई पैसा नही लिया। यदि मैं मुँह ख़ोल दूंगी तो उड़ीसा में सब कुछ बदल जायेगा".

इस मामले में उड़ीसा पुलिस के अलावा ईडी भी जांच कर रही है। महंगी गाड़िया,फर्नीचर,फोन व महंगी जीवन शैली के चलते ईडी ने भी मामले को जांच में लिया है। और अर्चना नाग की गाड़ी को जब्त किया है । ईडी ने इस मामले में 9 लोगो से अब तक पूछताछ किया है और अर्चना के सहयोगी रहे श्रद्धाजंलि बेहरा और खगेश्वर पात्रा के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किया है।

माना जा रहा है जी उड़ीसा के लगभग 18 विधायक,3 मंत्री व दर्जनों अफसर के खिलाफ कई वीडियो अर्चना के पास है, जिसके वायरल होने से राज्य की राजनीति में भूचाल आ जायेगा। इसलिए विपक्षी दलो का आरोप है कि जिन गेजेंट्स में अर्चना के पास सबूत है उसमें कई लोग बेनकाब हो जाएंगे। इसलिए पुलिस की जांच गैजेट्स में बेनकाब लोगो को बचाने की लग रही है, लिहाजा केस सीबीआई को सौपा जाए।

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