शरीर में दिखें कुछ ऐसे संकेत तो हो जाएं सावधान,कही ये बड़ी बीमारी तो नहीं?
रायपुर 7 नवंबर 2020 ।कैंसर के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान न दिया जाए तो थर्ड स्टेज पर इस बीमारी से इंसान को बचाना मुश्किल हो जाता है. इसके वॉर्निंग साइन समय रहते पहचानकर आप किसी इंसान की जिंदगी बचा सकते हैं. वेबएमडी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शरीर में कैंसर के लक्षण या वॉर्निंग साइन देखते ही आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. शुरुआती स्टेज पर कैंसर का पता लगने से इसका इलाज हो सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कैंसर होने पर महिला और पुरुष दोनों में समान लक्षण देखे जा सकते हैं. डिप्रेशन या फ्लू में इंसान की भूख मर जाती है. कैंसर आपके मेटाबॉलिज्म पर असर डालकर ऐसा कर सकता है. पेट, पैंक्रियाज, बड़ी आंत या ओवेरियन कैंसर होने पर पेट में दबाव महसूस होता है, जिस वजह से आपको भूख नहीं लगती है.
मल में खून आना भी कैंसर का बड़ा वॉर्निंग साइन है. हालांकि अल्सर, बवासीर या इंफेक्शन होने पर भी ऐसा हो सकता है. मल में खून आने का मतलब आपके गैस्ट्रो-इंटसटाइनल ट्रैक्ट में कोई समस्या है. मल के रास्ते आने वाला खून अगर ब्राइट है तो रेक्टम (मलाशय) या इंटस्टाइन की दिक्कत हो सकती है. डार्क कलर पेट के अल्सर की तरफ इशारा करता है. हालांकि दोनों ही सूरतों में इसकी जांच कराना जरूरी है.
पेशाब में खून आना भी कैंसर का एक बड़ा संकेत है. ये किडनी या ब्लैडर कैंसर का लक्षण हो सकता है. हालांकि पथरी (किडनी स्टोन) या किडनी डिसीज होने पर भी ऐसी समस्या होती है. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से इसकी जांच करवानी चाहिए.
अगर आपको लंबे समय से खांसी है और इलाज के बाद भी आराम नहीं आया तो फेफड़ों के कैंसर की जांच करवा लीजिए. फेफड़ों का कैंसर होने पर छाती में दर्द, वजन घटना, गला बैठना, थकावट और सांस में तकलीफ हो सकती है. ऐसे लक्षण कोल्ड-फ्लू में भी देखने को मिलते हैं. इसलिए इसकी जांच जरूर करवानी चाहिए.
कैंसर की एक खास पहचान ये भी है कि इंसान को सामान्य तौर पर होने वाली थकान नहीं होती है. ये बहुत ज्यादा होती है, जो कभी दूर ही नहीं होती. अगर आप फिजिकल एक्टिवटी में कोई ऐसा बदलाव महसूस करते हैं या आपको बहुत ज्यादा नींद आने लगी है तो कुछ गड़बड़ हो सकती है.