आपके काम की खबर: भीषण गर्मी में अपनी कार को ऐसे रखें COOL.. परफ्यूम या सैनिटाइजर रखने से बचें, लग सकती है आग

भीषण गर्मी में हमारी कार भी बेहद गर्म हो जाती है, जो हमारी और कार दोनों की सेहत के लिए खतरनाक है। आज हम आपको बताएंगे गर्मी में कार को ठंडा रखने के उपाय।

Update: 2024-05-25 13:26 GMT

रायपुर, NPG डेस्क। देश के अधिकतर राज्यों में इन दिनों तेज गर्मी पड़ रही है। ऐसे में अधिकतर लोगों के लिए कार को ठंडा रखना बड़ी चुनौती साबित हो रही है। अधिक गर्मी आपकी कार की सेहत को खराब कर सकती है। कारों में एयर कंडीशन होने के बावजूद अधिक गर्मी में ये नाकाम साबित होते हैं। गर्म गाड़ी को AC चलाकर थोड़ी देर में ठंडा किया जा सकता है, लेकिन बेहतर ये होगा कि कार में ऐसे सेफ्टी मेजर्स अपनाए जाएं, जिससे गाड़ी का तापमान ज्यादा न बढ़े।

डैशबोर्ड कवर का करें इस्तेमाल

गाड़ी बेसमेंट या छाया में ही खड़ी करें, लेकिन अगर ऐसी कोई जगह आसपास नहीं दिखाई दे रही हो, तो सनशेड या विंडो वाइजर का यूज करें। डैशबोर्ड कवर का इस्तेमाल करें। स्टीयरिंग व्हील पर कवर लगाकर रखें। सीट कुशन या तौलिए का यूज करें। एयर कंडीशनर की सर्विसिंग कराएं। पार्किंग के बाद वेंटिलेशन के लिए शीशे थोड़े खुले छोड़ें, ताकि गर्म हवा गाड़ी से बाहर निकल सके। गाड़ी में बैठने से पहले कुछ देर के लिए खिड़कियां खोल दें।


डैशबोर्ड को तौलिए से ढंकें

डैशबोर्ड को किसी मोटे तौलिये से ढंकना अच्छा है। डैशबोर्ड के प्लास्टिक और ABS पार्ट्स सीधे विंडशील्ड के सामने होने के कारण बहुत जल्दी गर्म हो जाते हैं। डैशबोर्ड पर तौलिया रखने से ये एक इंसुलेटर का काम करेगा और प्लास्टिक के पार्ट्स कम गर्म होंगे।

कार के अंदर परफ्यूम और सैनिटाइजर रखने से बचें

इसके अलावा कार के अंदर परफ्यूम नहीं रखें। गर्मियों में ऐसा करना कार के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ज्यादातर कार परफ्यूम में अल्कोहल होता है जो गर्मी से फैलता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो परफ्यूम को 50 डिग्री के तापमान के नीचे ही रखना सुरक्षित होता है। अल्कोहल काफी ज्वलनशील होता है। अगर ये कार के अंदर गर्मी से लीक हो जाए, तो इससे गाड़ी में आग भी लग सकती है। कई विशेषज्ञ कार के अंदर सैनिटाइजर रखने से भी मना करते हैं।


बहुत पुराने टायरों को बदलवा दें

इसके अलावा अगर आप बहुत पुराने टायरों पर अपनी कार चला रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। इसे तत्काल बदलवा लें, क्योंकि पुराने टायर एयर प्रेशर को नहीं झेल पाते और गर्मी में अधिक दबाव की वजह से इनके फटने के मामले भी बढ़ जाते हैं। गर्मियों में कार का इंजन ठीक तरह से काम करे, इसके लिए कूलेंट लेवल मेंटेन रखें, क्योंकि इसकी कम मात्रा इंजन पर असर डाल सकती है। इससे इंजन ओवरहीट होकर सीज हो सकता है।

कार के शीशे को थोड़ी देर जरूर खोलें

बता दें कि कार की बॉडी का अधिकतर हिस्सा स्टील, एल्यूमिनियम, प्लास्टिक, फाइबर और कांच से बना होता है। जब सूरज की किरणें सीधे शीशे के जरिए कार के भीतर आती हैं, तो इसमें मौजूद हवा गर्म हो जाती है। इसलिए शीशे खोलना बेहद जरूरी है, ताकि गर्म हवा बाहर निकल जाए। ऐसा नहीं करने पर गाड़ी और अधिक गर्म हो जाएगी।

धूप के कारण कार की बैटरी हेल्थ पर पड़ता है बुरा असर

धूप के कारण कार की बैटरी हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। गर्मियों में एसी की मेंटेनेंस जरूर करवाएं। कार का फिल्टर समय-समय पर साफ होते रहना बहुत जरूरी है। फिल्टर में सारी डस्ट और गंदगी जमा होती रहती है, इसलिए सबसे पहले अपनी कार का एसी फिल्टर चेक करवाएं। फिल्टर पुराना हो तो उसे चेंज करवा लें। साथ ही उसका कूलिंग कॉयल भी समय-समय पर बदलवाएं।

कार में बैठने के बाद तत्काल AC नहीं चलाएं

कार में बैठने के बाद तत्काल AC नहीं चलाएं। हमेशा कुछ देर ब्लोअर चलाने के बाद ही AC ऑन करें। सुबह पहली बार कार स्टार्ट करने से पहले एक बार एसी कंडेंसर को ठंडे पानी से धो लें। लेदर सीट को सॉफ्ट और क्रैकिंग से बचाने के लिए लेदर कंडीशनर का इस्तेमाल करें। रिफ्लेक्टिव टिंटेड ग्लास का इस्तेमाल करें। ये धूप की किरणों को कुछ हद तक परावर्तित करते हैं, जिससे केबिन का तापमान कम रहता है।

कार के इंजन के अधिक गर्म होने की वजह

  • कूलिंग प्रोसेस में लीकेज
  • जंग और खनिज जमाव से ब्लॉक हुई नली
  • रेडिएटर की समस्या या टूटे हुए पानी के पंप
  • खराब वॉटर पंप
  • कम तेल का स्तर
  • खराब थर्मोस्टेट
  • ढीला या टूटा हुआ जल पंप बेल्ट

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