Bharat NCAP Safety Star Rating Sticker: आपकी कार कितनी है सुरक्षित ये स्टीकर बताएगा आपको असली सच्चाई...

Bharat NCAP Safety Star Rating Sticker Launched: Bharat NCAP अब कारों पर सेफ्टी स्टार रेटिंग स्टीकर लगाएगा जो उनकी सुरक्षा का प्रमाण होगा। इस स्टीकर पर एक QR कोड होगा जिसे स्कैन करके आप उस कार के क्रैश टेस्ट के नतीजे देख सकेंगे। यह कदम कार कंपनियों को सुरक्षित गाड़ियां बनाने और ग्राहकों को सुरक्षित गाड़ी चुनने में मदद करेगा।

Update: 2024-08-31 10:52 GMT

Bharat NCAP Safety Star Rating Sticker: जब हम नई गाड़ी खरीदने जाते हैं, तो सबसे ज़्यादा ध्यान उसकी मजबूती और सुरक्षा पर देते हैं। पहले सिर्फ Global NCAP ही दुनियाभर की गाड़ियों का क्रैश टेस्ट करके उनकी सुरक्षा की रेटिंग बताता था। लेकिन अब भारत में भी Bharat NCAP नाम की संस्था ने यह ज़िम्मेदारी उठा ली है। Bharat NCAP ने एक नया सेफ्टी स्टार रेटिंग स्टीकर लॉन्च किया है जो हर उस कार पर लगा होगा जिसकी क्रैश टेस्टिंग BNCAP ने खुद की होगी।

यह स्टीकर आम आदमी के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। अब किसी भी गाड़ी की सुरक्षा के बारे में जानना बहुत आसान हो गया है। गाड़ी पर लगा यह स्टीकर उसकी सुरक्षा से जुड़ी सारी जानकारी आम आदमी तक पहुंचाएगा। जैसे कि आप किसी दुकान पर सामान खरीदते समय उसपर लगा MRP स्टीकर देखते हैं, ठीक उसी तरह अब गाड़ी खरीदते समय यह स्टीकर देखकर आप उसकी सुरक्षा का अंदाजा लगा पाएंगे।

Bharat NCAP सेफ्टी स्टार रेटिंग स्टीकर: एक नज़र में सारी जानकारी

Bharat NCAP उन सभी गाड़ियों के लिए ऑटो कंपनियों को खास क्यूआर कोड वाले स्टिकर्स देगा जिनकी क्रैश टेस्टिंग पूरी हो चुकी है। इस स्टीकर पर BNCAP का लोगो, एक क्यूआर कोड, सेफ्टी स्टार रेटिंग (बड़ों और बच्चों दोनों के लिए), गाड़ी का नाम, टेस्टिंग कब हुई उसका महीना और साल जैसी ज़रूरी जानकारियां छपी होंगी।

इस स्टीकर पर लगे क्यूआर कोड को कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल फोन से स्कैन करके उस कार की सुरक्षा से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर सकता है। जैसे उस गाड़ी ने क्रैश टेस्ट में कैसा प्रदर्शन किया, उसके किन हिस्सों ने सबसे ज़्यादा सुरक्षा प्रोवाइड की, आदि।

Bharat NCAP के नतीजे: अब तक किन गाड़ियों को मिली है अच्छी रेटिंग?

अब तक टाटा मोटर्स की कई गाड़ियों - टाटा सफारी, टाटा नेक्सॉन ईवी, टाटा हैरियर और टाटा पंच ईवी - की क्रैश टेस्टिंग हो चुकी है। खुशी की बात यह है कि इन सभी गाड़ियों ने बच्चों और बड़ों, दोनों की सुरक्षा के मामले में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल की है। इसका मतलब है कि ये गाड़ियां क्रैश टेस्ट में बेहतरीन सुरक्षा प्रोवाइड करने में कामयाब रही हैं।

क्रैश टेस्टिंग: कैसे परखा जाता है गाड़ियों का दमखम

क्रैश टेस्टिंग के दौरान, गाड़ी को एक निश्चित गति से दौड़ाकर एक दीवार या किसी अन्य गाड़ी से टकराया जाता है। इस दौरान, कार में चार से पांच डमी (मानव शरीर की तरह दिखने वाले पुतले) बिठाए जाते हैं, जिसमें पीछे की सीट पर एक बच्चे का डमी भी होता है।

टकराव के बाद, कई चीज़ों पर ध्यान दिया जाता है, जैसे कि डमी को कितनी चोटें आईं, एयरबैग्स समय पर खुले या नहीं, गाड़ी का ढांचा कितना मजबूत रहा, आदि। इन सभी बातों को देखते हुए ही गाड़ी को सेफ्टी रेटिंग दी जाती है।

Bharat NCAP: सुरक्षित गाड़ियों के लिए नया कदम

Bharat NCAP का यह कदम सड़क सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह ना सिर्फ ऑटोमोबाइल कंपनियों को और ज़्यादा सुरक्षित गाड़ियां बनाने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि ग्राहकों को भी एक बेहतर और सुरक्षित गाड़ी चुनने में मदद करेगा।

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