नाराज हुए सिंहदेव.. गृहमंत्री ताम्रध्वज को फ़ोन लगाकर कहा – “अस्पताल के भीतर घूसकर चिकित्सीय अमले से मारपीट.. भर्ती महिला से बदसलूकी करने वाले पर सख़्त और तत्काल कार्यवाही कराईए”
रायपुर,5 जुलाई 2020। खुदकुशी की कोशिश कर गंभीर हालत में उपचार हेतु भर्ती महिला से अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुँचकर झड़प करने वाले पति को रोकने के दौरान बीच बचाव करने वाले चिकित्सक से मारपीट करने के मसले पर कथित रुप से पुलिस की ओर कार्यवाही में की गई हीलाहवाली की खबर के बाद स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने गंभीर नाराज़गी जताते हुए कलेक्टर और कप्तान से जवाब तलब तो किया ही साथ ही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से दूरभाष पर पूरा घटनाक्रम बताते हुए पुलिस के हीलाहवाली पर गंभीर नाराजगी जताते हुए बताया –
“संभागीय मुख्यालय है.. महिला उत्पीड़न का यह मामला अस्पताल के भीतर पहुँचकर किया गया है..और बीच बचाव करने वाले चिकित्सकीय अमले से मारपीट के मसले पर सख़्त और तत्काल कार्यवाही नहीं होना आख़िर ज़ाहिर क्या करता है..”
घटनाक्रम को लेकर आई जानकारी और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुप्रिया दुबे नामक महिला को जहर सेवन के बाद अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के फ़िमेल वार्ड में भर्ती किया गया था। शुक्रवार की रात क़रीब आठ बजे अंकित दुबे पहुँचकर महिला के साथ विवाद करने लगा।आरोप है कि अंकित दुबे को जब रोका गया तो आवेशित होकर अंकित दुबे बीच बचाव करने वाले चिकित्सक डॉ पुकेश्वर वर्मा व डॉ दीपक चंद्रवंशी के साथ मारपीट की।आरोपी अंकित दुबे पर आरोप है कि उसने चिकित्सकों से मारपीट करते हुए धौंस दी कि वह एडिशनल एसपी की पत्नी का भाई है।
डॉ पुकेश्वर वर्मा और डॉक्टर दीपक चंद्रवंशी ने मणिपुर चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिस पर पुलिस ने धारा 186,353,332,294,506 के तहत अपराध दर्ज किया है। लेकिन इस मसले में स्वास्थ्य मंत्री टी एस तक यह शिकायत पहुँची कि, ना तो आवश्यक कठोर धारायें लगाई गईं, और ना ही त्वरित कार्यवाही की गई।
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने NPG से कहा –
“संभागीय मुख्यालय में नारी उत्पीड़न का मामला होता है.. संभागीय मुख्यालय के मेडिकल कॉलेज में मौजुद मेडिकल कॉलेज में बेधड़क घूस जा रहा है, महिला को धमका रहा है..स्वास्थ्य अत्यावश्यक सेवा में गिना जाता है..चिकित्सकों से मारपीट कर रहा है.. और तुंरत कार्यवाही नहीं हो रही है..ऐसे में कैसे होगा”
मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा –
“ सरकार का प्रशासन का रसूख़ और उस पर विश्वास ऐसी ढीली कार्यवाही से स्थापित नहीं होता.. मैंने गृहमंत्री जी से पूरी स्थिति बताई है”