5 साल बाद खुला हाथी की मौत का हैरान करने वाला राज….. मौत के बाद हाथी को काटा टुकड़ों में फिर दफन कर दिया खेत में… ऐसे खुला गजराज की मौत का राज

Update: 2020-07-26 13:53 GMT

धमतरी 26 जुलाई 2020। हाथी की मौत का दफ्न राज 5 साल बाद बाहर आया…तो क्रूरता के किस्से ने रोंगटे खड़े कर दिये। हैवानों ने झुंड से भटके एक हाथी की मौत के बाद उसके शव को दो टुकटे में काटकर जमीन में गाड़ दिया था। हत्या का राज तब खुला, जब हत्यारों में से ही एक के बेटे ने हाथी के दांत को जमीन से निकालकर उसे बेचने की कोशिश की। हाथी दांत को बेचने की खबर के बाद पुलिस ने आरोपी को जब पकड़ा तो पांच साल बाद हाथी की हत्या के राज से पर्दा उठा।

घटना करीब 5 साल पहले मार्च माह में दुगली थाना क्षेत्र के ग्राम सिरकट्टा भंडरवाडी क्षेत्र में हुई थी। गांव में एक हाथी जंगल से भटक कर आ गया था, जिसकी मौत ग्रामीण चेन सिंग मरकाम के खेत के पास आकर करेंट से हो गई थी। हाथी की मौत के बाद ग्रामीणों ने ना तो पुलिस को इसकी सूचना दी और ना ही वन विभाग को जानकारी दी। ग्रामीण चेनसिंग ने अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर हाथी को दो हिस्से में काटा और जमीन में दफ्न कर दिया था। बताया जाता है कि इस घटना की खबर क्षेत्र भर में सबको थी मगर कोई मुंह नहीं खोलता था।

दो साल बाद बेटे ने निकाला हाथी दांत

हाथी को दफन करने के बाद दो साल तक किसी ने कुछ नहीं किया। दो साल बाद चेनसिंग के बेटे रंजीत ने हाथी के दांत को गड्डा से निकाला और उसे बेचने की कोशिश करने लगा। जिसके बाद पुलिस तक यह खबर पहुंची। इस मामले में दुगली थाना प्रभारी विनय पम्मार और उनके स्टाफ ने मामले की तस्दीक की और राज खोला है। मामले के आरोपियों पर कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।

एसपी और डीएफओ फारेस्ट की पहुंची टीम –

ज्ञात हो कि एसपी बीपी राजभानु और एएसपी मनीषा ठाकुर के निर्देशन में जिले की पुलिस बेहतर कार्य कर रही है। इस मामले में भी पुलिस ने खासी मेहनत कर कामयाबी हासिल की है। मामले की सूचना पर एसपी बीपी राजभानू, डीएफओ अमिताभ वाजपेई व टीम दुगली थाना पहुंच गई थी। मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्यवाही की जा रही है…

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