किन्नर को मारने के लिए दी थी 55 लाख की सुपारी, करोड़ों की कोठी..लग्जरी गाड़ियां और गुरु की गद्दी… दूसरे किन्नर गुट ने दिया था हत्या का कॉन्ट्रैक्ट

Update: 2021-04-12 09:28 GMT

नई दिल्ली 12 अप्रैल 2021. पिछले साल हुए किन्नर एकता जोशी की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। किन्नर जोशी की हत्या के लिए 55 लाख रुपए की सुपारी ली गई थी। इस हत्या को अंजाम देने वाले आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड में 33 साल के गगन भारद्वाज उर्फ गगन पंडित, लाल कुंआ के 19 साल के वरुण उर्फ वीरू की गिरफ्तारी हुई है। गगन पंडित के सिर पर एक लाख और वरुण के सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था।

दरअसल, दिल्ली में पिछले साल किन्नर एकता जोशी की हत्या कर दी गई थी। एकता किन्नरों के गुरु की उत्तराधिकारी मानी जा रही थीं। लेकिन उससे पहले ही उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में दो कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। पुलिस ने बताया कि किन्नरों के एक गुट ने दूसरे गुट की किन्नर की हत्या की साजिश रची थी। इसी वर्चस्व की लड़ाई में यह भी सामने आया कि कैसे किन्नरों के बीच इलाके में वर्चस्व और पैसे के कलेक्शन को लेकर रंजिश चलती है। इसी वर्चस्व को लेकर किन्नरों के दूसरे गुट ने कांट्रेक्ट किलर्स हायर किए। रंजिश का नतीजा था किन्नर एकता जोशी की हत्या।जीटीबी इन्क्लेव में कम से कम 10 करोड़ की कोठी में किन्नर एकता जोशी रहती थी। जिसकी गोली मारकर 5 सितंबर को हत्या कर दी गई थी। इस कोठी में तमिलनाडु, केरल, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किन्नरों का बसेरा है।

स्पेशल सेल के मुताबिक 5 सितंबर 2020 को 2 स्कूटी सवार बदमाश आमिर और गगन ने एकता जोशी नाम की किन्नर की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। गिरफ्तार 1 लाख के इनामी गगन पंडित ने पूछताछ में बताया किन्नर एकता जोशी की हत्या के 55 लाख रुपये सुपारी मिली थी और हत्याकांड को 7 लोगों ने अंजाम दिया था।

गगन ने पूछताछ में बताया कि वो किन्नर एकता जोशी हत्याकांड का मास्टरमाइंड था, गगन के मुताबिक किन्नरों के एक दूसरे ग्रुप के सदस्य मंजूर इलाही ने गगन से संपर्क किया था और किन्नर एकता जोशी और उसकी सौतेली मां अनीता जोशी की हत्या के लिए कहा था। इसके लिए 55 लाख की सुपारी दी थी। बता दें कि बीती 5 सितंबर 2020 को गगन ने एकता पर 6 गोलियां चलाईं थीं, जिसमें एकता की मौत हो गयी थी। दोनों आरोपियों के कब्जे से हथियार और कारतूस बरामद किये गए हैं। गगन पर हत्या, हत्या की कोशिश, रॉबरी के कई मामले भी दिल्ली और यूपी में दर्ज हैं।
कोठी के बाहर लग्जरी गाड़ियों का रेला लगा रहता है, अनीता फॉर्च्यूनर कार से चलती है और उसकी सुरक्षा के लिए हथियारों से लैस प्राइवेट सुरक्षा गार्ड चलते हैं। कोठी के बाहर आने जाने वालों की निगरानी कोठी में लगे सीसीटीवी कैमरों से की जाती है। घर के बाहर 2 लग्जरी रेड कलर की क्रेटा कार हमेशा बाकी किन्नरों के लिए मौजूद रहती है। वारदात के दिन इस लाल रंग की क्रेटा कार जिसमें पीछे अनीता और एकता लिखा हुआ है इसी में सवार होकर एकता और अनीता जीटीबी इन्क्लेव पहुंची थी जब स्कूटी सवार हमलावरों ने एकता को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
दरअसल, ट्रांसजेंडर एक एक ग्रुप जिसे फरीदाबाद से सोनम और वर्षा नाम की किन्नर लीड करती हैं। इसी समूह को मंजूर इलाही के साथ कमल हेड करती हैं। जीटीबी एंक्लेव से इन चारों किन्नरों का यमुनापार इलाके के कलेक्शन को लेकर विवाद हो गया। यमुनापार इलाके में एकता जोशी और उसकी सौतेली मां अनीता जोशी कलेक्शन करती थीं। पैसे के विवाद को लेकर चारों किन्नरों ने एकता एवं उसकी मां को रास्ते से हटाने के लिए गगन एवं उसके साथियों को 55 लाख रुपए की सुपारी दी। पांच सितंबर 2020 को गनन ने एकता पर छह बुलेट्स दागे थे। इस हमले में एकता की मौत हो गई। इस हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस की कई टीमें लगी थीं।

 

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