Yeh Rishta Kya Kehlata Hai 5 Jan 2024: रोहित की अंतिम संस्कार सुनकर भड़क जाएंगी दादी-सा, उठाएंगी फूफा-सा पर हाथ...

आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि रोहित के न मिलने की वजह से पूरा पौद्दार परिवार टूट जाएगा। सब फूट-फूटकर रोने लगेंगे। वहीं फूफा-सा, चाचा-सा के साथ मिलकर रोहित के अंतिम संस्कार की तैयारी करेंगे।
अंतिम संस्कार की बात सुनकर दादी-सा भड़क जाएंगी। वह कहेंगी, 'रोहित का अंतिम संस्कार नहीं होगा।' मनीषा, दादी-सा को समझाने की कोशिश करेगी। वह कहेगी, 'मम्मी-सा सच से मुंह फेर लेने से सच बदल नहीं जाएगा।' इसके जवाब में दादी-सा कहेंगी, 'चुप! हमारे रोहित को कुछ नहीं हुआ है। हमारा दिल जानता है कि वो जिंदा है।'
जब दादी-सा किसी की बात नहीं सुनेंगी तब फूफा-सा, दादी-सा के पास जाएंगे और कहेंगे, 'नहीं मां-सा! रोहित मर चुका है।' दादी-सा का गुस्सा फूट पड़ेगा और उनका हाथ उठ जाएगा।
हालांकि, वह अपने आपको रोक लेंगी और कहेंगी, 'दोबारा ऐसी बात करने से पहले खुद को रोक लीजिएगा। वरना हम अपना हाथ नहीं रोक पाएंगे। सब कान खोलकर सुनलो रोहित जिंदा है। उसे कुछ नहीं हुआ है।'
दादी-सा के जाने के बाद सुरेखा कहेगी, 'कावेरी जी तो सच मानने के लिए तैयार ही नहीं हैं। लेकिन, माफ कीजिएगा हमें रूही के बारे में सोचना पड़ेगा। हमारा बच्चा रोहित... वो तो जा चुका है लेकिन... लेकिन रूही का क्या?... वो तो अकेली हो गई न।
नहीं! भगवान ने रूही की मां के साथ भी यही किया था और अब रूही के साथ भी यही दौहराया जा रहा है।' सुरेखा की बातें सुनने के बाद अरमान, रूही के पास जाएगा। दोनों गार्डन एरिया में बैठकर साथ में फूट-फूटकर रोएंगे।
अभिरा, अरमान के पास जाएगी। वह पहले रूही को चुप करवाएगी और फिर अरमान को संभालेगी। वह अरमान को अपने साथ कमरे में लेकर चली जाएगी। अरमान सपने में देखेगा कि रोहित मुसीबत में है और उसे याद कर रहा है।
अरमान डर के मारे उठ जाएगा और काम करने लगेगा। ऐसे में अभिरा, अरमान को समझाएगी। वह गाना चलाएगी और अरमान के ऊपर कंबल डाल देगी। वह कहेगी, 'देखो अरमान, मैं जानती हूं कि तुम स्ट्रॉन्ग बनते हो अपनी फैमिली के लिए क्योंकि तुम उन्हें परेशान नहीं करना चाहते हो।
लेकिन, तुम रोहित को मिस कर रहे हो न। प्लीज अरमान, प्लीज रोहित के लिए रो लो। अपना दिल हल्का कर लो।' अरमान, अभिरा की बात मानकर चादर ओड़कर रोने लगेगा। वह इतना इमोशनल हो जाएगा कि अभिरा को कसकर पकड़ लेगा और उसके कांधे पर सिर रखकर फूट- फूटकर रोने लगेगा।
इधर अरमान रोएगा। उधर बड़े पापा अपने आपको नहीं संभाल पाएंगे। वे अक्षरा और आरोही को याद करके फूट-फूटकर रोने लगेंगे। वह कहेंगे, 'बच्चे बड़ों को कांधा देते हैं। लेकिन, हमारी बदनसीबी देखो।
हमने अपने बच्चों को कांधा दिया है। पहले शुभम, फिर कार्तिक, नायरा, नील, अभिनव जी, आरोही और अब रोहित....। सबको कांधा दे दिया लेकिन अपनी बच्ची, अपनी रूही की खुशियों को कांधा नहीं दे पाऊंगा।'