आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अक्षरा खुद को संभाल नहीं पा रही है। उसे कोर्ट के बाहर ही अभीर दिखता है और वो उसके साथ फुटबॉल खेलने लग जाती है, हालांकि वो अक्षरा का वहम होता है।
अभिनव अक्षरा को ढूंढता है लेकिन वो उसे बाजार में मिलती है, जहां पहले से अभिमन्यु मौजूद होता है। अक्षरा हवा में ही अभीर से बाते करती हैं। अभिनव और अभिमन्यु दोनों ही अक्षरा की हालत देखकर टूट जाते हैं।
अचानक अक्षरा का याद आता है कि वो केस हार गई है, जिसके बाद वो सड़क पर गिर जाती है और चीख-चीख कर रोने लगती है। अभिमन्यु और अभिनव दोनों उसे संभालने की कोशिश करते हैं।
अभिमन्यु को लगता है कि अक्षरा की इस हालत का जिम्मेदार वो है लेकिन मंजरी उसे समझाती है कि इसमें गलती किसी की नहीं है।
जिसके बाद मनीष और स्वर्णा सबको बताते हैं कि वो केस हार गए हैं। पूरे घर में मातम का माहौल बन जाता है।
मिमी और कायरव की हालत खराब हो जाती है। मनीष इस सब का दोषी खुद को मानता है।
दूसरी तरफ मंजरी घर में सबको केस के बारे में बताती है लेकिन कोई खुश नहीं होता।
तभी महिमा भी पार्थ को घर लेकर आती है। मंजरी कहती है कि पार्थ इस घर में नहीं रहेगा। महिला कहती है कि जब अभीर रह सकता है तो पार्थ क्यों नहीं।
तुम भी किसी का बेटा उससे दूर करके ला रही हो, कभी सोचा है कि अक्षरा पर क्या बीतेगी।