आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अभिमन्यु अभीर के जाने के गम से बेहाल हो जाता है।
अक्षरा उसका सहारा बनने की कोशिश करती है। वो कहती है कि जो दर्द कुछ दिनों पहले तक मैं झेल रही थी, वो अब तुम झेल रहे हो। सिर्फ पता बदला है, दर्द वही हैं। मैं अच्छे से समझ सकती हूं कि बच्चे के दूर जाने का गम क्या होता है।
अभिमन्यु कहता है कि जिंदगी में हमेशा वो मिला है, जो मैं नहीं चाहता था। अच्छा पति बनने की कोशिश की, नहीं बन पाया, अच्छा पिता बनने की कोशिश की, नहीं बन पाया।
अक्षरा कहती है कि तुम्हें इस दर्द से लड़ना होगा और खुद को संभालना होगा। अभिमन्यु के दर्द को कम करने के लिए रूही उसका सहारा बनती है लेकिन अभिमन्यु को हर जगह अभीर दिख रहा है। वो उससे बाद करता है।
अपने बेटे की ऐसी हालत देखकर मंजरी को बुरा लगता है। वो अभिमन्यु को पागलों की तरह बिलखते हुए नहीं देख पाती है।
मंजरी ने भी अभीर के जाने के बाद खाना-पीना छोड़ दिया है।
रूही मंजरी को खिलाने की कोशिश करती है कि अगर आप बीमार हो जाओगी, तो पॉपी का ध्यान कैसे रखोगी।
जिसके बाद अभिमन्यु अभीर का सारा सामान पैक करता है और उसे देने के लिए गोयनका हाउस पहुंच जाता है। जहां वो अभीर को खुश देखकर बहुत खुश होता है लेकिन बिना अभीर से मिले ही वापस चला जाता है।
अक्षरा और अभिनव दोनों ही अभिमन्यु का दर्द समझते हैं लेकिन कुछ कह नहीं पाते।