रोहित का कहना है कि एक बार अरमान भैया को आने देते हैं और फिर बात करते हैं। वो दादीसा को समझाता है कि अरमान जैसा काबिल वकील कोई और नहीं है पूरे घर में…वो परिवार के लिए कितना कुछ करते हैं..हम भी उनके बारे में सोच सकते हैं। अब रोहित को क्या पता कि दादीसा अरमान से क्यों नफरत करती हैं।