जिस पर अक्षरा कहती है कि- ‘मैं अभिमन्यु से कब प्यार करूंगी! कैसे प्यार करूंगी! ये मेरा फैसला होगा। ये कोई जबरदस्ती नहीं है। इसके बाद वो मंजरी से कहती है- ‘मैं और मेरा परिवार, अभिमन्यु का ध्यान रख लेंगे। उसे सारी खुशियां देंगे। अब मैं, अभिमन्यु, बेबी और अभीर एक फैमिली बनकर रहेंगे।’