अभीरा को काम करते देख पहले तो किसी को कुछ समझ नहीं आता, लेकिन फिर अभीरा बताती है कि मुझे मेरी मां ने गाड़ी ठीक करना सिखाया है, बल्ब बदलना सिखाया है..सिलेंडर उठाना सिखाया है, क्योंकि उन्होंने मुझे बेचारी लड़की बनना नहीं दिखाया, बल्कि अपने दम पर जीना सिखाया है।