शादी का सीजन शुरू हो चूका है. शादी के दिन दूल्हा-दुल्हन हवान कुंड के सामने सात फेरे लेकर जन्म-जन्मों के लिए एक-दूसरे का साथ देने की कश्म खाते है.
वही शादी से पहले अपने रिश्तेदारों के घर-घर जाकर उन्हें समरोह में शामिल होने निमंत्रण देते है. लेकिन क्या आप जानते है शादी का कार्ड रिश्तेदारों को निमंत्रण देने से पहले किसे और कहां-कहां देना चाहिए.
अगर आप नहीं जानते और ये बड़ी गलती कर रहे है तो जान लीजिए. नहीं तो आप के इस नए रिश्ते में ऐसी-ऐसी चीजे होगी, जिसके बारे में आपने कभी नहीं सोचा होगा.
अगर आप भी शादी कर हरे है तो किसी और जगह पर निमंत्रण बांटने से पहले आपको इन 6 जगहों पर निमंत्रण जरूर बांटना चाहिए, आइए जताने है...
पहला निमंत्रण: हमेशा आपको शादी का पहला निमंत्रण गणेश जी को देना चाहिए, क्योंकि इस निमंत्रण से आपके घर में सुख समृद्धि आएगा.
दूसरा निमंत्रण: आपको भगवान विष्णु जी और मां लक्ष्मी को देना चाहिए, क्योंकि इन दोनों के बिना कोई भी मांगलिक कार्य पूरा नहीं होता है.
तीसरा निमंत्रण: आपको हमेशा हनुमान जी को देना चाहिए, क्योंकि कहा जाता है की जब शादी होती है तो बड़ी नकारात्मक शक्तियां दूल्हा-दुल्हन के ऊपर आ जाती हैं, वही इस निमंत्रण की वहज से काला शक्तियों से आपकी रक्षा बजरंगबली जी करते है.
चौथा निमंत्रण: आपको हमेशा अपने कुलदेवी और कुलदेवता पर देना चाहिए, क्योंकि वे परिवार के रक्षक और मार्गदर्शक माने जाते हैं.
पांचवां निमंत्रण: आपको हमेशा पितरों को देना चाहिए, ताकि उनका आशीर्वाद मिले, इस निमंत्रण में खास बात ये है कि, पीपल के पेड़ के नीचे कार्ड रखकर आशीर्वाद मांगा जाता है.
छठावां निमंत्रण: इन पांच धार्मिक मान्यताओं के बाद, आपको सबसे पहले अपने मामा को देना चाहिए, इस न्योता को भात कहां जाता है, इसका मतलब है चावल या अन्न. भात जीवन में सुख-समृद्धि, शुभता का प्रतीक है.
छठावां निमंत्रण की खास बात, अगर आपके मामा नहीं है तो बुआ-फूफा हैं उनके घर जरूर आप इस छठा निमंत्रण को देना चाहिए. उसके बाद आपको जहां मन हो वहां निमंत्रण भेज सकते हैं.
अगर आपके घर में भी कोई शादी का समरोह हो रहा है तो इन छह जगह पर जरूर कार्ड देना चाहिए, ज्योतिषियों के अनुसार, इन छह जगह पर कार्ड देना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है.