हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का बहुत अधिक महत्व है। कई लोग घर पर पूजा करने के बाद मंदिर जाकर भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद वापस आते समय भी कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है।
अगर नहीं जानते और बार-बार वही गलतियां कर रहे है, तो हो जाए सावधान, वरना जीवन में परेशानियां और बर्बादी आने में देर नहीं लगेगी। आइए जानते है हमें कौन-कौन सी गलती नहीं करना चाहिए।
नंबर 1 : मंदिर से लौटते समय कभी भी खली हाथ नहीं जाना चाहिए। भगवान के दर्शन के बाद यदि आप प्रसाद और फूल लेकर लौटते है टन वह आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य लाता है।
नंबर 2 : मंदिर से लौटते समय भूलकर भी पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इस गलती को करने से पूजा का फल कम हो जाता है, और आपके घर तक भगवान का आशीर्वाद नहीं पहुंच पाता है।
नंबर 3 : मंदिर से लौटने के बाद सीधे रसोई या फिर बेडरूम में नहीं जाना चाहिए। पहले हाथ और मुंह धोकर भगवान को प्रणाम करें और कुछ देर ध्यान लगाएं। इससे आपकी आत्मा शुद्ध होती है, और घर में सकारात्मकता बनी रहती है।
नंबर 4 : मंदिर से लौटते समय जो प्रसाद मिलता है उसे रास्ते में नहीं खाना चाहिए। प्रसाद को हमेशा घर लाकर पूरे परिवार के साथ मिलकर ग्रहण करना चाहिए, ऐसा करने से भगवान की कृपा पूरे परिवार पर बनी रहती है और घर में बरकत आती है।
नंबर 5 : मंदिर से लौटते समय जल से भरा लोटा को अर्पण करने के बाद उसे खाली नहीं लाना चाहिए। क्योंकि भगवान को जल अर्पित करने के बाद लोटे में थोड़ा जल अवश्य छोड़ दें और उसे घर ले आएं। इस जल को घर आकर पूरे घर में छिड़काव करना चाहिए। माना जाता है कि इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-शांति बनी रहती है।
नंबर 6 : मंदिर से घर आने के बाद अक्सर तुंरत लोग अपने पैर धो लेते है, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि कहा जाता है कि ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता और मंदिर से घर तक आपके साथ सकारात्मक ऊर्जा तुरंत पैर धोने से वह नष्ट हो जाती है। इसलिए थोड़ी देर बाद ही पैरों को धोना चाहिए।
नंबर 7 : मंदिर से दर्शन करने के बाद आपको कहीं और नहीं जाना चाहिए। सीधा अपने घर पर ही लौटना चाहिए। ऐसा करने से मंदिर से मिली हुई शुभ ऊर्जा आपके घर तक पहुंचती है। लेकिन यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो इससे आपकी घर की खुशियों पर ग्रहण लग सकता है।
नंबर 8 : कई लोग मंदिर से वापस निकलते समय घंटी बजा देते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि लौटते समय घंटी बजाने से मंदिर से प्राप्त सकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है और घर तक उसका प्रभाव नहीं पहुंच पाता। साथ ही बाहर की नकारात्मक ऊर्जा भी आपके साथ घर आ सकती है।