Teri Meri Doriyaann 9 April 2024: अंगद ने छीना साहिबा से अकीर का प्यार, शो में आया ये खौफनाक मोड़...
सीरियल तेरी मेरी डोरियां में आज आप देखेंगे कि, अंगद दलजीत की दी हुई फिरनी चखता है, उसे साहिबा के हाथ की बनाई हुई फिरनी की याद आती है। दलजीत नींबू पानी पीता है, फिर दलजीत चला जाता है, दिलजीत साहिबा को अंगुठी देने के बारे में सोचता है।
अंगद कहता है कि उसे फिरनी चखकर पुरानी बाते याद आ गई, दूसरी ओर साहिबा और सभी लोग अकीर के जन्मदिन की तैयारी कर रहे होते है, साहिबा ट्रिकल से अकीर और दिलजीत के बारे में पूछती है, ट्रिकल साहिबा को उसका राशिफल बताती है कि आज उसकी मुलाकात अतीत के किसी शक्श से होने वाली है, जिसके आने से साहिबा की जिंदगी बदल जायेगी साहिबा को अंगद की याद आती है। वह चिंतित हो जाती है। वह राशिफल को बकवास कहती है। वह अकीर को बुलाने जाती है।
अंगद गैरी से कहता है कि वो पनेशर से निकल चुका है, दिलजित गुलदस्ता सजाता है, अकीर दिलजीत से पूछता है कि क्या वह इसे उसके जन्मदिन के लिए तैयार कर रहा है, दिलजीत का कहना है, वो उसे साहिबा को देने वाला है, और कुछ बात कहने वाला है, दिलजीत अकीर से कहता है कि वो ये बात किसी को न बताए। साहिबा वहां आने वाली होती दिलजीत साहिबा को रोकता है। दिलजीत कहता है कि वो आज साहिबा से अपने दिल की बात कह देगा।
दूसरी ओर अंगद कार में लुधियाना जा रहा है, उसे अकीर के साथ बिताए हुए पल याद आते है। अंगद कहता है वो अकीर को भुला नहीं पा रहा। बीजी अकीर को केक काटने के लिए बुलाती है, अकीर वहां आता है, मौसम खराब होने की वजह अंगद के मोबाइल से सिग्नल हट जाते है और जीपीएस चलना बंद हो जाता है। बीजी और ट्रिकल दिलजीत साहिबा और अकीर को एक सुखी परिवार के रूप में देखकर उनकी तारीफ करते है ट्रिकल उनकी तस्वीर खींचती है। अंगद को पनेशर से बाहर जाने का रास्ता नहीं मिलता। उसे एक घर दिखाई देता है वह वहां पनेशर से बाहर जाने का रास्ता पूछने जाता है।
अकीर अपना केक काटने वाला है तभी लाइट चली जाती है, दिलजीत लाइट सही करने जाता है। अकीर भी उसके पीछे जाने लगता है, तभी उसका पैर फिसलता है, अंगद अकीर को गिरने से बचाता है। साहिबा अकीर के पास जाती है वह देखती है वह अंगद है, दोनो एक दूसरे को देखकर चौंक जाते है दोनो को अतीत की याद आती है। अकीर अंगद से हाथ छोड़ने के लिए कहता है।
दिलजीत कहता है कि लाइट आ गई, दिलजीत अंगद को देखता है अंगद अकीर का हाथ छोड़ता है अकीर और साहिबा दिलजीत के पास चले जाते है। दिलजीत उसे अंदर आने के लिए कहता है अकीर अंगद से पूछता है कि वह पार्टी में बिना बुलाए क्यों आया, अंगद कहता कि वो यहां नहीं आना चाहता था, रास्ता भटक के गलती से आ गया, दिलजीत कहता है कि वो बिल्कुल सही जगह आया है, वह अंगद को अकीर के जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए कहता है।
अंगद ने इंकार कर दिया। दिलजीत अंगद को साहिबा से मिलवाता है और उसे अपनी पत्नी कहता है। उसके बाद दिलजीत अंगद से कहता है कि वो अकीर का जन्मदिन केक कटवाकर ही जाए और उसे अंदर लेकर चला जाता है। साहिबा सोचती है कि आज की शाम उसके लिए बहुत मुश्किल और लंबी शाम होने वाली है।
दिलजीत अकीर से केक काटने के लिए कहता है द्विंकल केक में रखने के लिए मोमबत्ती लेने जाती है। दिलजीत अंगद को परेशान देखता है और उससे परेशानी का कारण पूछता है अंगद कहता है कि वो हाथ धोना चाहता है, दिलजीत अकीर से अंगद को वाशरूम ले जाने के लिए कहता है। अकीर अंगद को वॉशरूम लेकर जाता है। साहिबा अपने मन में कहती है कि वो अंगद से नाराज नहीं है बल्कि उससे नफरत करती है।