अंगद साहिबा अकिर और दलजीत को पीछे से देखता है लेकिन पहचान नही पाता, अकीर अपने माता पिता को लेकर वहां से जाने लगता है, अंगद उनके पीछे जाने लगता है, तभी सिमरन वहां आती है और अंगद को रोक लेती है अंगद सिमरन को अकीर के बारे में बताता है, सिमरन को जलन होती है। सिमरन अकीर के पीछे जाने लगती है।