सीरत बारिश में भीगती हुई चल रही होती है, तभी उसे अपनी मां का फ़ोन आता है सीरत की मां उससे पूछती कि तूने साहिबा के साथ ऐसा क्यों किया, उसने तेरा क्या बिगाड़ा था, सीरत अपनी मां से कहती हैं कि यदि आपको भी मेरे से इतनी परेशानी हैं तो आज के बाद मुझे फोन मत करना, सीरत सबके लिए मर चुकी है बोलकर अपना फोन तोड़ देती है।