दलजीत उसकी बात काट देता है और अकीर के बारे में पूछता है, कि वह सुबह से दिखाई नहीं दे रहा, दलजीत वहां से जाने लगता है तभी उसकी जेब से पर्स और प्रतियोगिता का टिकट गिरता है, साहिबा उसे देखने वाली होती है दलजीत उसे रोक लेता है और कहता है कि वो इसके बारे में उसे बाद में बताएगा।