सुबह होती है, झनक बाहर सड़क से समान लेने जा रही होती हैं तो अनिरुद्ध उसे रोकता हैं और पूछता हैं कि कहा जा रही हो तो वो बोलती हैं कि पास की दुकान से कुछ सामान लेने जा रही हूं। अनिरुद्ध उसे कार में बैठने के लिए बोलता हैं लेकिन झनक बोलती हैं कि में तुम्हारी बात नहीं सुनोगी।