सीरियल में, कियान और सई अपनी-अपनी पतंग के लिए रजत के सामने जिद्द करेंगे। लेकिन तभी वहां सवि आ जाएगी और सई की पतंग लेकर खुद उड़ाने का फैसला करेगी।
सवि को ये करता देख आशका भी पीछे नहीं रहेगी। वो कियान की पतंग को उड़ाने की कोशिश करेगी। मकर संक्रांति के मौके पर आशका सवि को टक्कर देने की पूरी-पूरी कोशिश करेगी।
लेकिन हर बार उसे नाकामी हासिल होगी। सवि को पतंग उड़ाता देख रजत मोहित हो जाएगा। वो उसका हाथ थामकर पतंग उड़ाने की कोशिश करेगा।
साथ ही उसके बालों में भी अपने हाथ फेरेगा। लेकिन कुछ ही देर में रजत को होश आएगा और उसे एहसास होगा कि वो मात्र सपना देख रहा था।
आगे देखने के लिए मिलेगा कि, सवि जैसे ही आशका की पतंग काटने के लिए डोर खींचेगी, उसका हाथ कियान के कान पर लग जाएगा। इसपर कियान चिल्लाना शुरू कर देगा और कहेगा कि आपकी वजह से मेरे खून निकल रहा है।
दूसरी ओर आशका अपनी जीत की खुशी में चूर रहेगी। कियान को चिल्लाता देख आशका का ध्यान उसकी तरफ आएगा। कियान के साथ-साथ वो भी सवि पर उंगली उठाना शुरू कर देगी।
ऐसे में रजत सवि का साथ देगा और कहेगा कि ये छोटी सी चोट है, इसपर इतना बवाल करने की जरूरत नहीं है। रजत के दिल में जगह बनाने के लिए आशका सवि को नीचा दिखाने की कोशिश करेगी।
वो पहले कियान और सई को सवि के जिम्मे छोड़कर चली जाएगी। बाद में अपने ही बेटे को छुपाकर नाटक करेगी और सवि को दोषी ठहराएगी कि उसकी वजह से कियान नहीं मिल रहा।
आशका सवि से कहेगी कि तुम्हारा अपना खून नहीं था, इसलिए तुमने उसका ध्यान नहीं रखा। वहीं कियान की वजह से सवि और रजत के बीच फिर से दरार पड़ने लगेगी।