सीरियल में, कोर्ट में भाग्यश्री ईशा से केस वापिस लेने के लिए कहेगी और बोलेगी कि वो मेरा पोता है, माना कि दोषी है लेकिन मासूम है। भाग्यश्री के कहने पर ईशा केस वापिस लेने का फैसला करती है,
लेकिन जगताप उसे रोक देता है। कोर्ट में कियान के केस की सुनवाई के दौरान आशका रजत पर चिल्लाने लगती है। वो बोलती है कि तुम कैसे बाप हो, तुमने मेरे बच्चे को कोर्ट में पेश किया है।
अब मैं तुम्हें कियान से मिलने भी नहीं दूंगी। तुमसे अच्छा तो अर्श है, इसलिए ही मैं तुम्हें छोड़कर अर्श के पास गई थी। सवि आशका के पास खाने का पैकेट लेकर जाती है। लेकिन आशका उसी पर भड़कने लगती है।
ऐसे में सवि कहती है कि तुम कैसी मां हो, जो अपने बच्चे की गलती पर पर्दा डालने में लगी हुई हो। सवि की बात सुनकर आशका कहती है कि अब तुम मुझे परवरिश सिखाओगी, जो खुद कभी मां नहीं बन सकती।
आगे देखने के लिए मिलेगा कि, सवि कहती है कि मैं मां हूं और मेरी बच्ची सई है। मैं दुनिया की सबसे अच्छी मां नहीं हूं, लेकिन एक मां की जिम्मेदारियां अच्छे से जानती हूं।
इसलिए कभी भी अपने बच्चे की गलती नहीं छुपाऊंगी। बल्कि उसे समझाऊंगी, उसे गलती का एहसास दिलाऊंगी।​ कोर्ट में कियान को लेकर फैसला सुनाया जाता है कि उसे छह महीने के लिए सुधारगृह भेजा जाएगा।
छह महीने तक उसकी काउंसलिंग होगी और कोर्ट इसपर पूरी नजर रखेगा। सुधारगृह की काउंसलिंग होने के बाद कियान की कस्टडी पर भी सुनवाई की जाएगी।
कोर्ट के फैसले के बाद कियान, आशका के साथ बाहर आता है। रजत उसे रोकने की कोशिश करता है, लेकिन वो कहता है कि मैं आपसे नफरत करता हूं। आप मुझे यहां लेकर आए।
मैं आपको कभी माफ नहीं करूंगा। वहीं कार में भी आशका कियानसे कहती है कि जरूर उस सवि ने रजत को भड़काया होगा।
रजत सवि से माफी मांगेगा। वो बोलेगा कि मुझे ये नहीं कहना चाहिए था कि तुम्हारे खुद के बच्चे नहीं हैं तो तुम नहीं समझोगी।
मैंने तुम्हें गलत बोला है। कोर्ट में मेरी तारीफ हुई, उसकी वजह तुम हो। वहीं सवि भी कहेगी कि आप ये सब कहकर मुझे शर्मिंदा कर रहे हैं।
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