1. दिन भर गुनगुना पानी पिएं। ये सबसे पहला ज़रूरी और काम का उपाय है। सर्दी के दिनों में सामान्य पानी भी ज्यादा ठंडा रहता है जिसे सर्दी-जुकाम के दौरान पीने की इच्छा भी कम होती है। लेकिन कम पानी मतलब कम हाइड्रेशन। कम हाइड्रेट रहने से सर्दी-जुकाम और देर से ठीक होता है। इसलिए गुनगुना पानी थर्मस में भरकर अपने आसपास रखें और बीच-बीच में पीते रहें।... और हां, नहाने के लिए भी गर्म पानी का ही इस्तेमाल करें।
2. एक ग्लास पानी में एक चम्मच शहद और नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें। सर्दी-जुकाम से बाहर आने में नींबू जैसी विटामिन सी से युक्त चीज़ें बहुत मददगार हैं। वहीं शहद में एंटीमाइक्रोबियल गुण हैं। यह पेय नाक की नलिका की सूजन को भी दूर करता है।
3. लहसुन को भूनकर और चबाकर खाएं।
4. तुलसी, अदरख, काली मिर्च वाली चाय पिएं। इससे काफी राहत महसूस होगी।
5. टमाटर या मिक्स वेज वाले सूप आसानी से घर में बन जाते हैं। इन्हें पी सकते हैं। इनकी गर्माहट से बंद नाक खुलेगी। बलगम भी पिघलेगा।
6. 10 ग्राम के करीब अलसी के बीजों को डेढ़ ग्लास पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानें। इसमें थोड़ा नींबू का रस और शहद मिलाएं और इसे पी जाएं।
7. आधा चम्मच शहद में नींबू की चार- पांच बूंदें और एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिला लें। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर पीना है। ऐसा दिन में दो से तीन बार करें।
8. एक रूमाल में नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डालें। और इस रुमाल को सूंघें। इसे अपनी जेब में रखें और थोड़ी-थोड़ी देर में सूंघते रहें।
9.अदरक का छोटा टुकड़ा कुचल के उसमें थोड़ा सा नमक मिलाएं। इसे मुंह में रखें और धीरे-धीरे अदरक का रस निगलते रहें।
10. दो कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक घोलें। इसे थोड़ी-थोड़ी देर में एक-एक घूंट पिएं। इससे बलगम पतला होकर निकल जाएगा।
11. 4 किशमिश, 3 काली मिर्च, एक स्टिक दालचीनी और मुलेठी की जड़ का एक टुकड़ा लें। इन सभी को एक ग्लास पानी में उबालें। उबलके आधा रह जाए तो इसे छानकर गर्माहट रहते पिएं।
12. आप अदरक,दालचीनी और मुलेठी को पानी में उबालकर छान लें। फिर इस पानी में नींबू का रस और शहद डालकर पिएं।
13. गुड़, काली मिर्च और जीरे को एक ग्लास पानी में डाल कर उबालें और इस काढ़े को पिएं।
14. हल्के गर्म सरसों के तेल की मालिश बहुत फायदा करती है। इसके लिए आधी कटोरी सरसों के तेल लहसुन की 7-8 कलियां डालकर अच्छी तरह उबाल लें। तेल थोड़ा ठंडा हो जाए, तो इससे पीड़ित की छाती और पीठ पर लगाकर मालिश करें। इससे उसे काफी आराम महसूस होगा।
15. दूध में हल्दी और घी मिलाकर पिएं। ये छाती में जमा बलगम को ढीला करेगा। रात को दूध में हल्दी मिलाकर पिएं और ओढ़कर सो जाएं।