टीवी सीरियल में आप देखेंगे कि, पानी पुरी के ठेले पर हुए ड्रामे से अनुपमा और किंजल काफी टेंशन में होती है और राही के फ्यूचर की चिंता करते हैं. तब राही आकर दोनों को शांत करती है.
दूसरी तरफ कोठारी हाउस में पंडितजी आकर मोटी बा को राही की कुंडली का दोष बताते हैं और कहते हैं कि इसकी वजह से प्रेम की जान पर खतरा रहेगा.
इस बीच प्रेम के साथ भी एक हादसा होने वाला होता है, जिसे राही संभाल लेती है. इसके बाद प्रेम और राही का किचन में रोमांस चलता है और फिर दोनों अपनी शादी का सपना देखते हैं.
जिसमें शादी, बच्चा और बुढ़ापा के साथ 25वीं शादी की सालगिरह तक होती है. तभी प्रेम को भी प्रार्थना के मैसेज से पता चलता है कि मोटी बा अनुपमा से मिल रही है.
शो में आप आगे देखेंगे कि, अनुपमा, राही और हसमुख मंदिर में कोठारी परिवार से मिलते हैं और यहां पर आते ही राही वसुंधरा से हाथ जोड़कर सिर्फ कुंडली पर विश्वास नहीं करने के लिए कहती है.
तभी बातों ही बातों में अनुपमा बसुंधरा कोठारी को बताती है कि राही को उसने जन्म नहीं दिया. ये सुनते ही पराग, मोटी बा और ख्याती हैरान रह जाते हैं.
अनुपमा मोटी बा को बताती है कि उसने राही को गोद लिया है और वह राही की यशोदा मां है और फिर राही भी मोटी बा को समझाती है.
कोठारी परिवार अनुपमा और राही की बातें चुपचाप सुनता है और फिर मोटी बा राही को प्रेम की जिंदगी का दोष बता देती है. वह राही को कोठारी परिवार के के सम्मान को खतरा बता देती है और बोलती है.
'अगर पता होता तो राही अनाथ है तो कभी वह ये शादी पक्का नहीं करती.' इसके बाद वह कोठारी परिवार को माया का सच बताती है. तभी प्रेम वहां पहुंचकर राही को खुद के लिए परफेक्ट बता देता है और अपने परिवार के खूब बहस करता है.