Begin typing your search above and press return to search.

Minister OP Chaudhari: ऐसा रहा कलेक्टर से छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री बनने तक का सफर ओपी चौधरी का...

Minister OP Chaudhari: ओपी चौधरी भले ही क्रिकेटर नहीं बने मगर क्रिकेट खेलना उनका पंसदीदा शगल है। जब भी उन्हें मौका मिलता है, हाथ आजमा लेते है। आईएएस रहते मैदान में जमकर काम किया तो सियासत में भी धुआधार पारी खेली। उसी का नतीजा है कि पांच वर्ष की छोटी अवधि में वित्त मंत्री की कुर्सी तक पहुंच गए, जिसे पाने में नेताओं को वर्षों लग जाते हैं।

Minister OP Chaudhari: ऐसा रहा कलेक्टर से छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री बनने तक का सफर ओपी चौधरी का...
X
By Sanjeet Kumar

Minister OP Chaudhari: रायपुर। रायगढ़ विधानसभा सीट से 64 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीते पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को छत्तीसगढ़ का वित्त मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही पंजीयन और आवास पर्यावरण विभाग की कमान सौंपी गई है। जाहिर है, वित्त जैसे विभाग की जिम्मेदारी काबिल व्यक्ति को सौंपी जाती है। वो भी इस समय जब विभिन्न लोक लुभावन योजनाओं के लिए 20 हजार करोड़ से ज्यादा अतिरिक्त राजस्व की जुटाने की चुनौती सरकार के सामने मुंह बाए खड़ी है। ऐसे में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने ओपी पर भरोसा अहम टास्क दिया है। वित्त के अलावा आवास पर्यावरण भी महत्वपूर्ण महकमा माना जाता है। शहरों का मास्टर प्लान से लेकर लैंड यूज, एनआरडीए, प्रदूषण मंडल, हाउसिंग बोर्ड इसी में आता है। ओपी पर नया रायपुर की बसाहट का भी दायित्व होगा। क्योंकि, ये भी आवास पर्यावरण का हिस्सा है।

5 साल का परिश्रम

2005 बैच के आईएएस रहे ओपी चौधरी ने रायपुर कलेक्टर रहते वीआरएस लिया और 2018 के विधानसभा चुनाव मैदान में कूद पड़े। हालांकि पहले चुनाव में ही खरसिया विधानसभा सीट से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। मगर हार से निराश हुए बगैर उन्होंने पराजय को अवसर में बदलते हुए पांच साल में उन्होंने छत्तीसगढ़ का चप्पा चप्पा छान मारा। कभी दंतेवाड़ा में युवाओं के साथ क्रिकेट खेलते, कभी जशपुर में कार्यकर्ताओं के साथ रैली, कभी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को रायपुर में टिप्स... इसे उन्होंने दिनचर्या बना लिया। ओपी ने परिश्रम की बदौलत बड़े कम समय में छत्तीसगढ़ में अपना बड़ा जनाधार बना लिया। बीजेपी में बृजमोहन अग्रवाल के बाद वे दूसरे नेता होंगे, जिनका सभी 33 जिलों में समर्थकों की अपनी फौज है। छत्तीसगढ़ में अपनी गहरी पैठ बनाने के साथ ही ओपी दिल्ली को भी साढ़े रखे। महीने में 25 दिन छत्तीसगढ़ में रहते तो 5 दिन दिल्ली जाकर बड़े नेताओं से मिल आते।

चेंबर में एसी नहीं

ओपी चौधरी 13 साल की आईएएस की सर्विस में तीन जिलों के कलेक्टर रहे। दंतेवाड़ा, जांजगीर और रायपुर। जांजगीर जैसे गर्म जिले के कलेक्टर एसी बंद कर खिड़की, दरवाजे खोलकर लोगों से मिलते थे। खुद हवाई चप्पल, साधारण हाफ शर्ट पहने। इसलिए कि मिलने वाले गांव के लोग उन्हें अपने जैसे ही समझे और खुलकर अपनी बात रख सकें। जांजगीर कलेक्टर रहते ओपी इतने लोकप्रिय हो गए थे कि मिलने वालों की लाइन 100 मीटर लंबी हो जाती थी।

पीएम मोदी काम देखने पहुंचे

दंतेवाड़ा कलेक्टर रहते ओपी एजुकेशन सिटी बनाकर देशव्यापी चर्चा में आए। एजुकेशन सिटी के कॉन्सेप्ट को देखने हार्वर्ड और कैंब्रिज के प्रोफेसर दंतेवाड़ा पहुंचे। योजना आयोग ने इसे सभी राज्यों में लागू करने कहा तो केंद्र ने ओपी कोआईएएस का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान पीएम अवार्ड प्रदान किया। 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो वे भी ओपी के काम को देखने दंतेवाड़ा पहुंचे थे।

ऑफिस में नहाते...

कलेक्टर रहते ओपी दौरा और आम लोगों से मुलाकात खूब करते। फील्ड का विजिट उनका सुबह साढ़े छह बजे चालू हो जाता। चूकि, घर में कोई था नहीं, पत्नी यूपीएससी की तैयारी के सिलसिले में दिल्ली में रहती, सो सुबह घर से कपड़े लेकर निकल जाते। फील्ड से सीधे ऑफिस पहुंचते और वहीं बाथरूम में नहाकर तैयार हो जाते। ओपी ने तब NPG न्यूज को बताया था, घर जाने में टाइम लगता, इसलिए वे ऑफिस में ही तैयार हो जाते हैं।

पढ़ें- आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए चौधरी के जीवन और संघर्ष की पूरी कहानी

भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में रायगढ़ जिले की रायगढ़ विधानसभा से ओपी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी व सिटिंग विधायक प्रकाश नायक को 64443 वोटों से हराया है। ओपी चौधरी पूर्व आईएएस रह चुके है। चौधरी को छत्‍तीसगढ़ की विष्‍णुदेव साय सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। उन्‍होंने 22 दिसंबर को राजभवन में आयोजित समारोह में मंत्री पद की शपथ ली। उन्‍हें वित्त जैसा महत्‍वपूर्ण विभाग दिया गया है। चौधरी को वित्‍त के साथ वाणिज्यिक कर, आवास एवं पर्यावरण, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग का भी मंत्री बनाया गया है। विस्‍तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

Read MoreRead Less

Next Story