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सर्दी आ रही है: खान-पान और जीवनशैली में कर लीजिए ये बदलाव ताकि जल्दी न पकड़ पाए सर्दी-जुकाम

सर्दी आ रही है: खान-पान और जीवनशैली में कर लीजिए ये बदलाव ताकि जल्दी न पकड़ पाए सर्दी-जुकाम
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By NPG News

दिव्या सिंह

मौसम बदल रहा है। अब सुबह उठते ही गुलाबी ठंड का अहसास होने लगा है। स्वेटर, जैकेट, शाॅल को लंबे समय बाद अलमारी से बाहर आने का मौका मिलेगा। लेकिन इन बाहरी उपायों से शरीर को पूरी गर्मी नहीं मिलती। शरीर बदलते मौसम के अनुसार ढलने को तैयार हो, उसका मुकाबला कर सके, इसके लिए ज़रूरी है कि अपने खानपान और आदतों को बदला जाए। आज बात करेंगे ऐसी डाइट और रुटीन की जो आपको सर्दियों में भी फिट एंड फाइन रखेगा।

सर्दियों में क्या खाएं

सर्दियों में हमें अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने वाली डाइट लेने पर ध्यान देना चाहिए ताकि शरीर जल्दी सर्दी-जुकाम की चपेट में न आए। कुछ ऐसी होनी चाहिए सर्दियों में डाइट -

* चिकनाई युक्त आहार - आयुर्वेद के अनुसार ठंड में आपके लिए चिकनाई युक्त आहार लेना अच्छा है। इसके लिए आप घी, मक्खन, तेल, दूध, दूध-चावल की खीर, उड़द की खीर, मिश्री, रबड़ी, मलाई, ठण्डे दूध के साथ शहद, दलिया, हलवा, आँवले व सेब का मुरब्बा, मेवों से बने पदार्थ, मिठाई आदि का सेवन करें।

* अनाज- कुछ अनाज शरीर को अंदर से रखते हैं। बाजरा एक ऐसा ही अनाज है। सर्दी के दिनों में बाजरे की रोटी बनाकर खाएं। छोटे बच्चों को बाजरा की रोटी जरूर खाना चाहिए। इसमें कई स्वास्थ्यवर्धक गुण भी होते है। दूसरे अनाजों की अपेक्षा बाजरा में सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा होती है।गावों में बाजरा से बनी रोटी व टिक्की को सबसे ज्यादा जाड़ो में पसंद किया जाता है। बाजरा में शरीर के लिए आवश्यक तत्व जैसे मैग्नीशियम,कैल्शियम,मैग्नीज, ट्रिप्टोफेन, फाइबर, विटामिन- बी, एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में होते हैं।

इसके अलावा अंकुरित चने, मूंग, उड़द, गेंहू,चने की रोटी, कॉर्नफ्लेक्स, पुराना चावल आदि खाना आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में बहुत अच्छा माना गया है।

* सूखे मेवे- सर्दियों में सूखे मेवे खाना बहुत ही फायदेमंद होता है। इस मौसम में आप नियमित रूप से चिलगोजा, काजू और बादाम का अच्छा सेवन करें। खासतौर से सूखे मेवों से बने लड्डू आपको खाने चाहिए। यह इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ शरीर को गर्माहट भी देते हैं।

खासकर बादाम के सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है, जो सर्दियों में बड़ी दिक्कत होती है। बादाम में डायबिटीज को निंयत्रित करने का गुण भी होता है। इसमें विटामिन – ई भरपूर मात्रा में होता है।

मसालों को भोजन में शामिल करें

सर्दी के मौसम में भोजन पकाने में बड़ी इलायची, दालचीनी, तेज पत्ता, अजवायन , जीरा, मेथीदाना, अदरक जैसे मसालों को जरूर शामिल करना चाहिए। यह हमें मौसमी बीमारियों से बचाए रखते हैं।

लहसुन-अदरख का प्रयोग थोड़ा बढ़ा दें

सर्दियों में अपने भोजन में लहसुन और अदरख को ज़रूर शामिल करें। लहसुन में सेलेनियम, जर्मेनियम और एमीनो एसिड आदि होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।

सर्दियों में तुलसी और अदरख की चाय शरीर को गर्म रखने का बेहतरीन तरीका है। दिनभर में आप ज्यादा नहीं, तो जितनी बार भी चाय पीएं, तुलसी और अदरख जरूर मिलाएं। यह चाय स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदा पहुंचाती है। इसके अलावा आप सूप और सब्ज़ी मे भी अदरख डाल सकते हैं।

हरी-पत्तेदार सब्ज़ियां खूब खाएं

अपनी खुराक में हरी पत्तेदार सब्जियों का इस्तेमाल करें। ये सब्जियां शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और गर्मी प्रदान करती है। सर्दियों के दिनों में मेथी, पालक, लहसुन पत्ते और बथुआ आदि का सेवन करें। इनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

मछली-अंडे खाना बेहतर

सर्दियों में ओमेगा – 3 फैटी एसिड सबसे अच्छा फूड होता है। यह मुख्य रूप से मछलियों में पाया जाता है। नाॅनवेजिटेरियन हैं तो सर्दियों में दिनों में मछली का सेवन करें, इससे शरीर को गर्मी मिलती है। इसमें जिंक भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए यह शरीर का इम्युनिटी पॉवर बढ़ाता है व बीमारियों को दूर रखता है। चिकन और अंडे भी अपनी डाइट में शामिल करें।

शहद है अमृत-शरीर को स्वस्थ, निरोग और उर्जावान बनाए रखने के लिए शहद को आयुर्वेद में अमृत भी कहा गया है। यूं तो सभी मौसमों में शहद का सेवन लाभकारी है, लेकिन सर्दियों में तो शहद का उपयोग विशेष लाभकारी होता है। इन दिनों में अपने भोजन में शहद को जरूर शामिल करें। इससे पाचन क्रिया में सुधार होगा और इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ेगा।

ये सब्जियां ज़रूर खाएं-परवल, बैंगन, गोभी, जिमीकन्द, पके लाल टमाटर, गाजर, सेम, मटर, आदि हरी सब्जियों का सेवन करें।

सर्दियों में इन चीजों को खाने से बचना चाहिए

1. सर्दियों के दिनों में रसीले फलों का सेवन न करें। संतरा, रसभरी या मौसंमी आपके शरीर को ठंडक देते है। जिससे आपको सर्दी या जुकाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

2. केले की तासीर ठंडी होती है, जो कफ को बढ़ाती है। सर्दियों में वैसे भी कफ बढ़ा हुआ रहता है, ऐसे में अगर हम जल्दी सुबह या शाम के समय केला खाते हैं, तो यह हमारे कफ को बढ़ाकर बलगम का उत्पादन कर सकता है। इसलिए अगर आप केला खाना ही चाहते हैं, तो दोपहर का समय सबसे अच्छा है।

3. लोगों को चावल बेहद पसंद होते हैं, लेकिन सर्दियों में चावल नुकसान पहुंचाते हैं। हां, अगर आप ताजा पके हुए चावल, काली मिर्च, लौंग, दालचीनी, तेजपत्ता डालकर खाएंगे, तो यह इतना नुकसान नहीं करेंगे। आयुर्वेद विशेषज्ञ की मानें तो जितना हो सके चावल को दोपहर के समय खाएं, क्योंकि शाम के वक्त ये कफ को बढ़ा सकता है।

4.आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में हल्के, रूखे, तीखे खाद्य एवं पेय पदार्थों, बासी व ठंडी चीजों (आइसक्रीम आदि) का सेवन नहीं करना चाहिए। इमली, अमचूर, खट्टा दही, आम का अचार आदि का सेवन भी सर्दियों में नहीं करना चाहिए।

रहन-सहन में बदलाव

सही खानपान के अलावा इस मौसम में निरोग रहने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में भी बदलाव लाने होंगे। आयुर्वेद कहता है कि सुबह जल्दी उठकर फ्रेश हों लें और फिर टहलने जाएं। इसके बाद थोड़ी देर योगासन करें। इस मौसम में सरसों के तेल से सिर और शरीर की मालिश करना बहुत फायदेमंद होता है। ठंडी हवा से बचकर रहें और गर्म ऊनी कपड़ों का प्रयोग करें। रात को सोते समय गर्म दूध का सेवन भी लाभदायक होता है।

क्या ना करें

इन दिनों रात में देर तक जागना, सुबह देर से उठना, व्यायाम ना करना, देर तक भूखे रहना, खाना खाने के तुरंत बाद सो जाना आदि गलत आदतों से दूर रहना चाहिए।

इन छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखेंगे तो आप भी स्वस्थ रहेंगे और आपके अपने भी।

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