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Malta fal khane ke fayde: इस एक फल में है अनोखे औषधीय गुण, जानिए पहाड़ी फलों के राजा, माल्टा फ्रूट के बारे में

Malta fal khane ke fayde: भारत के पहाड़ी इलाके अपने अनोखे जलवायु और यहां पाए जाने वाले फल और फूलों के लिए काफी प्रसिद्ध है। इन इलाकों में उगने वाला ’माल्टा’ नाम का फल कई औषधीय गुणों से युक्त है। आइए जानते हैं.

Malta fal khane ke fayde: इस एक फल में है अनोखे औषधीय गुण, जानिए पहाड़ी फलों के राजा, माल्टा फ्रूट के बारे में
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By Chirag Sahu

Malta fal khane ke fayde: भारत के पहाड़ी इलाके अपने अनोखे जलवायु और यहां पाए जाने वाले फल और फूलों के लिए काफी प्रसिद्ध है। इन इलाकों में उगने वाला ’माल्टा’ नाम का फल कई औषधीय गुणों से युक्त है। जब भी सर्दियों का मौसम आता है तो पहाड़ों पर माल्टा के पेड़ सुनहरे और नारंगी रंग के फलों से लद जाते हैं। यह फल बिल्कुल संतरे की तरह दिखता है परंतु इसके स्वाद और पोषक तत्वों में काफी अंतर पाए जाते हैं। आज हम आपको माल्टा फल के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।

माल्टा का इतिहास और भारतीय किस्में

भारत में यह फल सदियों से उगाया जा रहा है। माल्टा का असली नाम पहले नारंग हुआ करता था, लेकिन इसका नाम बदलने की कहानी काफी रोचक है। जब अंग्रेज भारत में शासन कर रहे थे, उन्होंने माल्टा नाम के एक द्वीप से संतरे की एक विशेष किस्म भारत में मंगवाई। यह किस्म बेहद मीठी और रसीली थी। धीरे-धीरे भारतीय किसानों ने इसे अपने खेतों में उगाना शुरू किया और तब से यह फल माल्टा के नाम से प्रसिद्ध हो गया। वैज्ञानिक भाषा में इसे सिट्रस साइनेंसिस कहा जाता है।

भारत की विभिन्न जलवायु और मिट्टी के कारण यहां माल्टा की कई देसी किस्में विकसित हुई हैं। बनारसी माल्टा अपने गहरे लाल रंग के लिए जाना जाता है। पहाड़ी इलाकों में उगने वाला पहाड़ी माल्टा आकार में थोड़ा छोटा होता है और पंजाब के मैदानी इलाकों में उगाया जाने वाला पंजाबी माल्टा बड़े आकार का होता है और इसमें हल्की खटास भी मिलती है।

माल्टा की खेती

उत्तराखंड के देहरादून का माल्टा सबसे प्रसिद्ध है। यह फल नींबू परिवार का हिस्सा है और देश में माल्टे के कुल उत्पादन का करीब 30 प्रतिशत अकेले उत्तराखंड में होता है। माल्टा मुख्य रूप से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के पहाड़ी इलाकों में उगाया जाता है। यह फल पहाड़ों की ऊंचाई पर ठंडी जलवायु में अच्छी तरह से उगता है। 2023 में उत्तराखंड के माल्टा को जीआई (GI) टैग भी मिला है।

माल्टा है पोषक तत्वों का भंडार

• माल्टा फल कई पोषक तत्वों का भंडार है। एक माल्टा खाने से आपको दिनभर की जरूरत का 70 प्रतिशत विटामिन C मिल जाता है। यह मात्रा इतनी है कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए काफी है।

• एक सामान्य आकार के माल्टा में 3 ग्राम आहार फाइबर होता है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए जरूरी है।

• वजन घटाने की सोच रहे लोगों के लिए यह एकदम सही फल है। इतने पोषक तत्वों के बावजूद एक माल्टा में सिर्फ 85 कैलोरी ही होती है।

• माल्टा में विटामिन B कॉम्प्लेक्स, कैल्शियम, आयरन और थोड़ा प्रोटीन भी पाया जाता है। इसमें वसा, कोलेस्ट्रॉल या सोडियम बिल्कुल भी नहीं होता अर्थात यह दिल के मरीजों के लिए भी सुरक्षित है।

• जो लोग पेट की बीमारियों से परेशान रहते हैं, उन्हें सुबह खाली पेट माल्टा का रस पीना चाहिए। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होने से यह पेट को साफ रखता है।

• मधुमेह(Sugar) के रोगियों के लिए भी माल्टा सुरक्षित है। यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

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