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Hot Flashes During Menopause : गर्मी के दिनों में मीनोपाॅज से गुज़रती महिलाओं में बढ़ जाती है हाॅट फ्लैशेज़ की प्राॅब्लम, करें ये उपाय...

Hot Flashes During Menopause : गर्मी के दिनों में मीनोपाॅज से गुज़रती महिलाओं में बढ़ जाती है हाॅट फ्लैशेज़ की प्राॅब्लम, करें ये उपाय...
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By NPG News

Hot Flashes During Menopause : मीनोपाॅज़ शुरू होने से थोड़ा पहले और इसके दौरान अधिकतर महिलाओं को हाॅट फ्लैशेस की परेशानी झेलनी पड़ती है। गर्मियों के दौरान यह समस्या और बढ़ जाती है। इस स्थिति में चेहरे, गर्दन और चेस्ट पर लालिमा उभर आती है। कई बार दाने भी हो जाते हैं। तेज जलन के कारण महिलाओं को सामान्य गतिविधियों में भी दिक्कत होती है। हार्मोन के स्तर में बदलाव के कारण होने वाली इस समस्या को कैसे डील किया जाए, डेली लाइफ में छोटे - छोटे बदलाव कर कैसे थोड़ी राहत पाई जाए, आइए जानते हैं।

क्यों होते हैं हाॅट फ्लैशेज़?

शोध बताते हैं कि हाॅट फ्लैशेस तब होते हैं जब किसी महिला का मासिक धर्म चक्र समाप्ति की ओर होता है या हो चुका होता है। इस दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम होने से शरीर तापमान में मामूली बदलाव के प्रति भी अधिक संवेदनशील हो जाता है। कभी बेहद गर्मी लगती है तो अचानक तेज ठंड भी लगने लगती है। शरीर के ऊपरी भाग में पसीना अधिक आना, उंगलियों में झनझनाहट होना, हृदय गति सामान्य से अधिक होना इसके अन्य लक्षण हैं।गर्मी के दिनों में यह समस्या और बढ़ जाती है। ऐसे में अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान देकर महिलाएं ऐसे कुछ बदलाव कर सकती हैं जिससे उन्हें राहत मिल सके। जो इस प्रकार हैं -

1. गर्म चाय-काॅफी, मसालेदार भोजन से बचें

अगर आप अक्सर हाॅट फ्लैशेज़ से परेशान होने लगी हैं तो आपको अपनी आदतें बदलनी चाहिए। गर्म चाय-काॅफी या मसालेदार खाना शरीर में गर्माहट बढ़ाता है।क्योंकि इनसे मेटाबोलिज्म को बढ़ावा मिलता है। हाॅट फ्लैशेज़ होने पर सामान्य ताप भी ज्यादा लगता है, इसलिए ऐसी चीज़ों से परहेज़ करें।

2. सूती कपड़े पहनें

आपको सिंथेटिक कपड़ों की जगह सूती और ढीले-ढालों कपड़ों को चुनना चाहिए। सिंथेटिक और फिटिंग वाले कपड़ों में गर्मी अधिक महसूस होती है। सूती कपड़े त्वचा से पसीने को आसानी से सोख लेते हैं।

3. पानी के छींटे मारें, बर्फ रगड़ें

अगर आपको बहुत ज्यादा जलन हो रही है, जैसे चेहरा दहक रहा हो, तो आप ठंडे पानी के छींटे चेहरे पर डालें। आप एक सूती कपड़े में आइस क्यूब लेकर प्रभावित हिस्से पर हल्के हाथों से रगड़ें। काफी आराम मिलेगा।

4. तनाव को टालें

अगर आप ज्यादा तनाव ले रही हैं तो उस स्थिति में भी हाॅट फ्लैशेज़ बढ़ सकते हैं। तनाव कम करने के प्रयास करें। हलका- फुल्का संगीत सुनें। अनुलोम-विलोम करें। अपनों से या किसी सहेली से बात करें जिससे आपका मन बदले।

5. किचन का काम कम गर्मी रहते कर लें

अगर आप कुकिंग करती हैं तो यथासंभव किचन का काम सुबह जल्दी निपटाने का प्रयास करें। गर्मी के दिनों में धूप बढ़ने के साथ तापमान भी बहुत ज्यादा हो जाता है। इन दिनों में फ्लेम के पास रहना हाॅट फ्लैशेज़ के दौरान और कठिन हो जाता है।

6. प्रभावित हिस्से पर ठंडे दही का लेप करें

ज्यादा परेशानी हो तो ठंडे दही का लेप प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी। आप मार्केट में मिलने वाले ठंडे जेल पैक का भी प्रयोग कर सकती हैं। अपने रूम को भी ठंडा रखें।

० ये घरेलू उपाय काम आएंगे

1. तरबूज, खरबूजे जैसे फल ठंडे करके खाएं। आइस डालकर नींबू-पानी पिएं ।

2. एक गिलास सादे पानी में, एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पिएं। सेब के सिरके में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे तनाव कम होता है।

3. पुदीने की दो-तीन बूंद को रूमाल में डालकर रोज़ाना दिन भर में तीन-चार बार सूंघें। यह शरीर के तापमान और तनाव को कम करेगा।

4. अदरक छील कर एक कप पानी में पांच मिनट तक उबाल लें। ठंडा होने पर इसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर पिएं। अदरख हार्मोन्स को संतुलित रखने में मदद करती है।

5. सोया प्रोडक्ट का इस्तेमाल बढ़ाएं। सोयाबीन में बड़ी मात्रा में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है जो एस्ट्रोजन हार्मोन की तरह काम करता है। जिसकी रजोनिवृत्ति के दौरान शरीर में कमी हो जाती है।

6. विटामिन-ई युक्त आहार को प्राथमिकता दें। विटामिन-ई में सबसे ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हॉट फ्लैशेज़ को कम करने में मदद करता है।

7. सोने से पहले सप्ताह में दो-तीन बार नारियल के तेल से शरीर की मालिश करें। यह बॉडी टेम्प्रेचर और स्ट्रेस को कम करता है।

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