Begin typing your search above and press return to search.

Bone Health After Menopause: मीनोपाॅज के बाद हड्डियां हो गईं हैं कमज़ोर? ये घरेलू उपाय लौटाएंगे हड्डियों की मजबूती...

Bone Health After Menopause: मीनोपाॅज के बाद हड्डियां हो गईं हैं कमज़ोर? ये घरेलू उपाय लौटाएंगे हड्डियों की मजबूती...

Bone Health After Menopause: मीनोपाॅज के बाद हड्डियां हो गईं हैं कमज़ोर? ये घरेलू उपाय लौटाएंगे हड्डियों की मजबूती...
X
By Divya Singh

Bone Health After Menopause: मीनोपाॅज हर महिला के जीवन का एक निश्चित पड़ाव है जिसमें मासिक यानि पीरियड्स का आना पूरी तरह बंद हो जाता है। इस दौरान शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का बनना लगभग बंद हो जाता है जिसके बहुत सारे साइड इफेक्ट्स महिला पर नज़र आते हैं जैसे हाॅट फ्लैशेस, हार्मोनल इम्बेलैंस, अनमना रहना, चिड़चिड़ापन, कमजोरी, थकान आदि। लेकिन मीनोपाॅज का सबसे ज्यादा असर पड़ता है हड्डियों पर। मीनोपाॅज के बाद हड्डियां क्रमशः कमजोर होती जाती हैं। उनकी सघनता कम होती जाती है। बहुत से मामलों में आगे चलकर आस्टियोपोरोसिस की भी नौबत आ सकती है जब मामूली से झटके से आपकी हड्डी टूट सकती है। ऐसे में ये बहुत ज़रूरी है कि मीनोपाॅज के बाद महिलाएं कैल्शियम इंटेक पर ध्यान दें। इस आर्टिकल में पहले हम कैल्शियम की कमी के लक्षण जानेंगे। फिर उन घरेलू उपायों पर बात करेंगे जिन्हें अपनाकर मीनोपाॅज के बाद महिलाएं अपने खानपान से हड्डियाओं को मज़बूत बना सकती हैं।

० कैल्शियम की कमी के संकेत

हाथ-पैरों-कमर में दर्द बना रहना- अगर आपके हाथ-पैरों और कमर में अधिकतर दर्द बना रहता है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में कैल्शियम घट रहा है।

मसल्स क्रैम्प्स- चलते या काम करते समय मसल्स क्रैम्प्स हो रहे हैं तो भी आपको सावधान हो जाना चाहिए।

सुन्न पड़ना- अगर आपको हाथों, कलाइयों, पैरों में सुन्नपन महसूस होने लगा है तो यह भी कैल्शियम की कमी की ओर इशारा करता है।

थकान- बहुत ज्यादा थकान और कमज़ोरी लगना, काम करने की इच्छा न होना,आलस का बना रहना, जीवन के प्रति उत्साह नज़र न आना भी बताता है कि आपको कैल्शियम डिफिशिएंसी हो रही है।

फोकस कम होना- यह भी एक प्रमुख लक्षण है जो कैल्शियम की कमी से जुड़ा है।

बालों और त्वचा पर असर- बालों का तेजी से झड़ना, रूखापन, स्किन ड्राई होना, स्किन के संक्रमण का बढ़ना भी कैल्शियम की कमी का संकेत है।

नींद न आना- हमें पता नहीं होता लेकिन नींद न आने के पीछे भी एक अहम वजह कैल्शियम की कमी हो सकती है।

कैल्शियम की कमी से जुड़े ऐसे और भी बहुत से लक्षण हो सकते हैं जो 45 पार की उम्र वाली उन महिलाओं में नज़र आ सकते हैं जिनका मीनोपाॅज हो गया है। ऐसे में हम यहां कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी हड्डियों की मजबूती बढ़ा सकती हैं।

० कैल्शियम की कमी दूर करने के लिऐ होम रेमेडीज़

1. गाय के घी का सेवन करें

गाय के घी का सेवन ऊपर बताई गई सभी समस्याओं के समाधान में काफी मददगार है। इसे आप खाना खाने से पहले ले सकती हैं या दाल आदि में डालकर भी ले सकती है।

2. हरी पत्तेदार सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन के, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। आप डाइट में इनका सेवन सुनिश्चित करें।

3. खसखस लें

मीनोपाॅज के बाद आप खसखस यानि पाॅपी सीड्स का प्रयोग बढ़ाएं। आप इसे भूनकर दूध में उबालकर लें।

4. दूध और दुग्ध उत्पाद

आप दूध, दही, मठा या छाछ, पनीर जैसी कैल्शियम रिच चीज़ों का सेवन करें। इनसे आपको विटामिन डी भी मिलेगा।

5. ड्राई फ्रूट्स लें-

आप बादाम, अंजीर, पिस्ता, छुहारा, ब्राजील नट्स, अखरोट आदि ड्राई फ्रूट्स ले सकती हैं। इनके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं।

6. सोया प्रोडक्ट लें

सोयाबीन मीनोपाॅज के दौर से गुजर रही महिलाओं के लिए बहुत अच्छा है। इसमें प्रोटीन और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो महिलाओं के लिए इस उम्र में बहुत ज़रूरी है। आप सोया बड़ी, चंक्स या टोफू, सोया मिल्क कुछ भी ले सकती हैं।

7. तिल-गुड़ खाएं

तिल कैल्शियम का ज़बरदस्त सोर्स हैं और तिल के लड्डू या चिक्की इसे खाने का स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक तरीका भी हैं। प्रतिदिन दो से तीन चम्मच तिल खाना सुनिश्चित करें तो बेहतर।

8. दालें और फलियां

आप चना,काबुली चना, राजमा आदि अपनी डाइट में शामिल करें।

9. छुहारे का पाउडर

आप छुहारे के पाउडर की खीर बना कर खा सकती हैं। आप घर में भी छुहारे काट कर पाउडर बना सकती हैं और मार्केट से भी ले सकती हैं। इसकी दो चम्मच मात्रा को एक कप दूध में उबालकर ले सकती हैं।

10. तिल का तेल

तिल के तेल का सेवन भी आप कर सकती हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में एक से दो चम्मच तिल का तेल मिलाकर सोने से पहले सेवन करें। इन प्रमुख उपायों के अलावा आपके लिए बेहद ज़रूरी है कि आप नियमित व्यायाम करें। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट वाॅक ज़रूर करें।संतुलन बनाने वाली और सट्रैचिंग एक्सरसाइज़ करें। साथ ही हो सके तो वजन उठाने वाली एक्सरसाइज़ भी करें। इससे हड्डियों की सघनता बढ़ेगी।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

Read MoreRead Less

Next Story