सरकारी हेलीकाप्टर के पायलट की नियुक्ति हाइकोर्ट के स्टे से अधर में लटकी, विमानन विभाग ने दोबारा बुलाया था आवेदन...
बिलासपुर, 2 नवंबर 2021। छतीसगढ़ शासन के द्वारा पायलट नियुक्ति की प्रक्रिया पर हाइकोर्ट के आदेश से रोक लग गयी हैं। जुलाई में निकली पायलट भर्ती की वेकेंसी में वेटिंग लिस्ट को निरस्त कर नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर वेटिंग लिस्ट वाले अभ्यर्थी की याचिका पर हाइकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर स्टे जारी किया है।
जानकारी के अनुसार राज्य शासन ने 14 जुलाई को राज्य सरकार के शासकीय हेलीकॉप्टर को उड़ाने के लिये पायलट नियुक्ति का आवेदन पत्र मंगाया था। जिसमे याचिकाकर्ता युगल रात्रे समेत 4 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। अगस्त में भर्ती के लिये इंटरव्यू अयोजित किया गया। याचिकाकर्ता ने याचिका में आरोप लगाया है कि सुनियोजित तरिके से हरियाणा निवासी कैप्टन एन बामल को इंटरव्यू में पहला स्थान दिया गया व याचिकाकर्ता युगल रात्रे दूसरे नम्बर पर रहे। सितम्बर महीने में राज्य शासन ने कैप्टन एन बामल को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया पर कैप्टन बामल ने जॉइन न कर मेल के माध्य्म से यहां नौकरी करने से इंकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार छतीसगढ़ में कम तनख्वाह के चलते हरियाणा निवासी कैप्टन एन बामल ने यहां जॉइन करने से मना कर दिया। बामल के जॉइन न करने पर इंटरव्यू में दूसरे व वेटिंग लिस्ट में पहले नम्बर पर रहने वाले युगल रात्रे को जॉइनिंग देनी थी पर एसा न कर वेटिंग लिस्ट को ही निरस्त करते हुए 21 सितम्बर को दोबारा नई नियुक्ति प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया। इसके खिलाफ याचिकाकर्ता पायलट युगल रात्रे ने अधिवक्ता नीरज प्रधान के माध्यम से हाइकोर्ट में याचिका लगा वेटिंग लिस्ट निरस्त करने व नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के खिलाफ रोक लगाने की मांग की। जस्टिस संजय के अग्रवाल की सिंगल बैंच में हुई मामले की प्रारम्भिक सुनवाई के बाद दोनों ही आदेशो पर कोर्ट ने याचिकाकर्ता को अंतरिम राहत देते हुए आगामी सुनवाई तक स्टे दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने राज्य शासन के विमानन सचिव, एविएशन डायरेक्टर,सहित अन्य को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा हैं।
दुगना अनुभव
कैप्टन युगल रात्रे छतीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा जिले के अकलतरा के खोंड गांव के मूल निवासी हैं। उन्हें अब तक 7 हजार 72 घण्टे के उड़ान का अनुभव है। रात्रे वर्तमान में दिल्ली में जेट स्पाइस में पायलट है औऱ बोइंग 220 विमान उड़ाते हैं।