ED Raid in Chhattisgarh: सीएम का दावा: ईडी के बाद अब छत्तीसगढ़ में पड़ेंगे आईटी के छापे, तैयार खड़ी है 200 से ज्यादा लोगों की टीम!
ED Raid in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य में अब आयकर विभाग का छापा पड़ने की भविष्यवाणी की है। करीब दो साल पहले उन्होंने राज्य में इसी तरह ईडी का छापा पड़ने की भविष्यवाणी की थी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमें एक के बाद एक छापा मार कार्यवाही कर रही है। अब इनकम टैक्स (आईटी) की टीम भी राज्य में छापा मारने के लिए तैयार खड़ी है। आईटी की 200 से 250 सदस्यीय टीम छत्तीसगढ़ आने वाली है। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कही है। आईटी के छापों को लेकर यह बात मुख्यमंत्री बघेल रायपुर से लेकर दिल्ली तक बोल चुके हैं।
आपको याद दिला दें कि दो वर्ष पहले मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य में ईडी के छापों को लेकर भी इसी तरह की भविष्यवाणी की थी। सीएम सबसे पहले यह बात 2020 में राज्य में शराब कारोबार से जुड़े लोगों और कुछ सरकारी अफसरों के यहां पड़े छापे के बाद से कही थी। तब मुख्यमंत्री बघेल ने कहा था कि आईटी आई है, अब ईडी भी आएगी। मैंने पहले ही कहा था कि छापे पड़ेंगे। अभी आईटी आई है इसके पीछे अब जल्द ही ईडी भी आएगी।
मुख्यमंत्री बघेल की यह बात सही साबित हुई, जिस शराब घोटाले को लेकर आईटी ने 2020 में छापा मारा था, उसी मामले की जांच अब ईडी कर रही है। बताया जा रहा है कि ईडी राज्य में मनी लांड्रिंग से जुड़े कुल छह मामलों की जांच कर रही है। इनमें पहला शराब में मनी लांड्रिंग का है। दूसरा कोयला परिवहन में मनी लांड्रिंग का है। तीसरा महादेव सट्ट एप के जरिये मनी लांड्रिंग का है। इसके अलावा ईडी ने धान की मिलिंग और जल जीवन मिशन में टेंडर से जुड़ा मामला शामिल है। छठवां मामला डीएमएफ से जुड़ा है। इनमें से चार मामलों में ईडी अब तक कई छापे मार चुकी है। जल जीवन और डीएमएफ मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी अभी जानकारी एकत्र कर रही है।
एक दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सीएम बघेल कहा था कि भाजपा छत्तीसगढ़ में चुनाव हार गई है। ईडी और आईटी चुनाव लड़ रही है। इसी कारण से इन्हें ठेका दे दिया गया है। जो स्तर है, वह निम्न से निम्न हो गया है। अभी और स्तर गिरेगा। उन्होंने कहा कि जो जानकारी मिल रही है, अभी तो ये टीम आई है अब आईटी की 200 लोगों की टीम आएगी। वे घर-घर जाएंगे और गली-गली जाएंगे और छापा मारेंगे।
सीएम भूपेश के अनुसार राज्य में अब तक 200 से ज्यादा छापे मारे जा चुके हैं। ईडी के छापों को लेकर मुख्यमंत्री की पूर्वानुमान सही साबित हो चुका है। ऐसे में सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या आईटी के छापों को लेकर मुख्यमंत्री का नया पूर्वनुमान भी सही साबित होगा।
सीबीआई से जांच कराने ईडी पहुंची हाईकोर्ट
कोयला और शराब मामले में ईडी अब तक दो आईएएस सहित दर्जनभर से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके साथ ही ईडी ने 19 अगस्त को बिलासपुर हाईकोर्ट में एक आवेदन लगाया है। इसमें मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया गया है।
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में पढ़ रहे ईडी के छापों को लेकर कोर्ट से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छापों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि प्रजातंत्र खतरे में है, ऐसे में कोर्ट की बड़ी जिम्मेदारी बन जाती है उसे हस्तक्षेप करना चाहिए और इस पर रोक लगनी चाहिए।
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में आज पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी कथित शराब घोटाला कथित कोयला घोटाला और अब सट्टा महादेव ऐप को लेकर लगातार छापे मार रही है। उन्होंने बताया कि ईडी का आरोप है कि नकली होलोग्राम के जरिए शराब में गड़बड़ी की गई है। बघेल ने कहा कि हमने राज्य की शराब नीति में कोई बदलाव नहीं किया है भाजपा की जो नीति थी उसी पर हम कम कर रहे हैं इसके बावजूद राजस्व 3900 करोड़ से बढ़कर 5600 करोड़ पहुंच गया है। यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो अब तक किसी भी शराब निर्माता से पूछताछ क्यों नहीं की गई है। इसी तरह कोयला मामले में भी ईडी उन लोगों से पूछताछ नहीं कर रही है जो इसमें लाभार्थी हैं यानी जिनको इससे लाभ होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ के 85% खदान सीईसीएल द्वारा संचालित किए जाते हैं लेकिन ईडी ने अब तक सीईसीएल के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी से पूछताछ नहीं की है।
बघेल ने कहा कि ईडी इन दोनों मामलों में अभी तक जीतेगा घोटाला और भ्रष्टाचार बता रही है उसकी आधा भी संपत्ति जब्त नहीं कर पाई है दूसरी तरफ अब धान की मिलिग में घोटाला खोजने लगी है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कल उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और दो ओएसडी के यहां पड़े छापों का उल्लेख करते हुए की ईडी केवल परेशान करने का काम कर रही है। बघेल ने बताया कि इससे पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन था तब भी ईडी ने इसी तरह कांग्रेस पार्टी के नेताओं के यहां छापा मारा था। आगे पढ़ने के लिए यहां क्लीक करें
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा 2023 (Chhattisgarh Assembly Election 2023) के चुनाव के लिए घोषण पत्र बनाने की लिए गठित कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति (Congress Manifesto) की आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बैठक हुई। समिति के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समिति के सदस्यों ने अपने- अपने सुझाव दिए। पार्टी ने इस बार आम लोगों सुझाव प्राप्त करने के लिए ई- मेल जारी किया है। कोई भी व्यक्ति [email protected] मेल आईडी पर 31 अगस्त तक अपने सुझाव दे सकती है। आगे पढ़ने के लिए यहां क्लीक करें
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सुकमा। तस्वीर में बीड़ी का सुट्टा मरते दिख रहे नेताजी छत्तीसगढ़ सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इनका नाम कवासी लखमा है। कोटा विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार के विधायक कवासी लखमा को अक्षर ज्ञान नहीं है। इसके बावजूद वे हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। अब उनका बीड़ी पीकर नाक से धुंआ निकालने वाली वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। विधानसभा का चुनाव नजदीक है, ऐसे में लखमा राजधानी छोड़कर इन दिनों लगातार अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। उनका विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। इसके बावजूद वे अंदरुनी क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों के संपर्क कर रहे हैं। यह वीडियो भी उनके विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान का बताया जा रहा है। वीडियो के संबंध में बताया जा रहा है कि लखमा एक गांव से निकल रहे थे वहां एक ग्रामीण बीड़ी पी रहा था, मंत्री लखमा उससे बीड़ी ली और उसकी ही अपनी बीड़ी सुलगा ली। इसके बाद ग्रामीण का हाथ पकड़े उसके साथ घूम-घूम कर बीड़ी पीते दिखे। साथ ही नाक से धुंआ छोड़ते भी दिखे। इस खबर को विस्तार से पढ़नें के लिए यहां क्लीक करें