Begin typing your search above and press return to search.

छत्तीसगढ़ में प्रेमी को संबंध बनाने का झांसा दे प्रेमिका ने बुलाया फिर पति के साथ मिलकर जो किया, जानकर हिल जाएंगे आप, पढ़िए दिन भर की बड़ी खबरें

छत्तीसगढ़ में प्रेमी को संबंध बनाने का झांसा दे प्रेमिका ने बुलाया फिर पति के साथ मिलकर जो किया, जानकर हिल जाएंगे आप, पढ़िए दिन भर की बड़ी खबरें
X
By Sandeep Kumar

रायपुर। रायपुर के तिल्दा थाना क्षेत्र में युवक की रेलवे ट्रैक में मिली लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। लाश तिल्दा थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 18 में रहने वाले 32 वर्षीय अनिल कुमार वर्मा की थी। जिसे उसकी शादी शुदा प्रेमिका ने पति के साथ मिलकर हथौड़ी-रॉड और गला दबाकर मार डाला था। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए रेलवे की ट्रैक पर लाश फेंक दिया था। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए हत्या में प्रयुक्त सामान को भी जब्त किया है। मामला तिल्दा थाना क्षेत्र का है।

तिल्दा थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 18 में रहने वाला 32 वर्षीय अनिल कुमार वर्मा पूर्व में सीआरपीएफ में नौकरी करता था। ड्यूटी में लापरवाही बरतने के चलते उसे सीआरपीएफ से बर्खास्त कर दिया गया था। जिसके बाद वह वापस आकर घर में ही रहता था तथा आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था। वह तीन बार जेल जा चुका था। 15 मई को तिल्दा पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम जलसोस्थित रेलवे ट्रैक के पास एक अज्ञात पुरुष का शव पड़ा हुआ है। जिस पर तिल्दा पुलिस ने मौके पर जाकर शव की शिनाख्त की तब शव अनिल वर्मा का निकला। अनिल के भाई ने शव की शिनाख्त करते हुए बताया कि उसका भाई कल रात से छठी कार्यक्रम में शामिल होने गया था जो रातभर वापस नही आया था। शव का पंचनामा परीक्षण करने के दौरान पाया गया कि उसके शरीर में विभिन्न भागों में चोटों के निशान हैं, साथ ही उसके गले में भी चोटों के निशान थे। जिसके चलते प्रथम दृष्टया उसके साथ मारपीट कर गला दबाकर हत्या करना व आत्महत्या का रूप देने के लिए शव रेलवे ट्रेक में फेंक देना प्रतीत हो रहा था। जिसके चलते अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना तिल्दा में अपराध क्रमांक 206/23 धारा 302,201 पंजीबद्ध कर विवेचना किया जा रहा था।

एसपी प्रशांत अग्रवाल ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी, नीरज चंद्राकर, विधानसभा सीएसटपी उदयन बेहार, डीएसपी क्राइम दिनेश सिन्हा सहित एसीसीयू व तिल्दा थाना टीआई की संयुक्त टीम बनाई थी। टीम के द्वारा मृतक के परिवारजनों सहित आसपास के लोगों से पूछताछ कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। इस दौरान घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज अवलोकन करने के साथ ही आरोपी की पतासाजी के लिए मुखबिर भी लगाए गए थे। टीम के सदस्यों को तकनीकी विश्लेषण व मुखबिरों के माध्यम से पता चला कि मृतक अनिल कुमार वर्मा को तिल्दा वार्ड क्रमांक 18 के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी ग्राम कोहका तिल्दा नेवरा निवासी अश्वनी कुमार धीवर नाम के व्यक्ति के घर में देखा गया है। मृतक के फोन में भी आखरी बार कॉल अश्वनी की पत्नी उषा धीवर का आया था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अश्वनी कुमार धीवर एवं उसकी पत्नी उषा धीवर से मृतक के संबंध में अलग-अलग पूछताछ की गई। जिस पर दोनों के द्वारा अलग-अलग बयान दिए जा रहे थे। जिससे पुलिस का शक गहराता जा रहा था। डॉक्टरों ने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक के सर पर चोट पहुंचाकर व गला दबाकर हत्या कारित करना लेख किया गया था। साथ ही मौत के समय का भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लेख किया गया था। मौत से थोड़ी देर पहले ही मृतक अश्वनी धीवर के घर उपस्थित था। जिसके चलते पुलिस ने जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की तब सारी सच्चाई सामने आ गई

अवैध संबंधों के चलते हुई हत्या

36 वर्षीय अश्वनी कुमार धीवर की 33 वर्षीय पत्नी उषा धीवर से मृतक अनिल कुमार वर्मा का प्रेम प्रसंग हो गया था। दोनों छुप-छुपकर मिलते थे। दोनों के अवैध संबंधों की जानकारी अश्वनी कुमार धीवर को भी हो गई थी। जिसके बाद उसने अपने पत्नी से जमकर विवाद किया और उसे अपने प्रेमी से दूर हो जाने व सारे संबंध तोड़ लेने की धमकी दी थी । ऐसा ना करने पर पत्नी को छोड़ देने व बदनाम करने की धमकी भी उसने दी थी। जिसके बाद उषा धीवर ने अपने प्रेमी से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। जिसके चलते उसका प्रेमी अनिल कुमार वर्मा उस पर लगातार मिलने और संबंध बनाने को दबाव बना रहा था। जिससे परेशान होकर उसने अपने पति अश्वनी को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद दोनों ने अनिल वर्मा के हत्या की योजना बनाई और मौका देखते ही उसकी हत्या कर दी।

संबंध बनाने का झांसा दे बुलाया फिर की हत्या

हत्या दिनांक 14 मई रविवार को अनिल कुमार वर्मा अपने घर से एक दोस्त के घर छठी कार्यक्रम में जाने के नाम से निकला था। वह 14 मई रविवार की रात अपने दोस्त के घर छठी कार्यक्रम में शामिल हुआ और वहां छक कर शराब पी। इस बात की जानकारी अश्वनी धिवर को हुई तब उसने प्लानिंग के तहत अपनी पत्नी उषा धीवर से उसके प्रेमी अनिल वर्मा को फोन करवाया। अनिल वर्मा को उषा ने फोन कर कहा कि उसका पति आज घर में नहीं है लिहाजा उसके साथ वह रंगरेलियां मनाने के लिए आ जाए। झांसे में आया अनिल वर्मा उषा के घर पहुंच गया उसके द्वारा खटखटाने पर उषा ने ही दरवाजा खोला और अनिल को अंदर बुलाया। जैसे ही उषा के बुलाने पर अनिल अंदर गया उषा ने कागज की पुड़िया में लपेट कर रखा मिर्ची का पाउडर अनिल की आंखों में छिड़क दिया जिससे उसकी आंखें जलने लगी और उसे दिखाई देना बंद हो गया।

घर में छुपे उषा के पति अश्वनी कुमार धीवर ने लोहे के राड़ से अनिल वर्मा के सर पर वार करना शुरू कर दिया उसने भी हथौड़े से लगातार अपने प्रेमी के सर पर वार किया जिससे लहूलुहान होकर अनिल गिर पड़ा। पूरी तरह उसके मरने की प्लानिंग के चलते दोनों ने मिलकर रस्सी से अनिल का गला घोंट दिया और शव को छुपाने के उद्देश्य से बाइक में देर रात ही बीच में अनिल के शव को रख आगे व पीछे अश्वनी व उषा बैठ गए, जिससे लोगों को लगे कि तीनों कहीं जा रहे हैं। और घर से 7 किलोमीटर दूर स्थित जलसो रेलवे ट्रैक पर शव को ले जाकर रेलवे के पटरियों के बीचो बीच रख दिया। फिर खून से सने कपड़े व रस्सी को कोका रोड में आकर जला दिया व रॉड व हथौड़ी को वहीं फेंक दिया तथा अनिल के बाइक को भी छुपा दिया। पुलिस ने उनका मेमोरेंडम कथन लेकर जिस बाइक से अनिल के शव को ले जाया गया उस बाइक को व जली हुई रस्सी को तथा हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी व रॉड को जब्त किया है।

Live Updates

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

Read MoreRead Less

Next Story