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CG PSC: शर्मा SC और सिंह ST, फिर चर्चा में CG PSC: सिविल जज के रिजल्‍ट को लेकर सोशल मीडिया चुहलबाजी

CG PSC: छत्‍तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CG PSC) फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा सिविल जज भर्ती परीक्षा को लेकर। 48 पदों की इस भर्ती का रिजल्‍ट एक दिन पहले ही जारी हुआ है। रिजल्‍ट जारी होने के साथ ही सोशल मीडिय में यह चर्चा में आ गया है।

CG PSC: शर्मा SC और सिंह ST, फिर चर्चा में CG PSC: सिविल जज के रिजल्‍ट को लेकर सोशल मीडिया चुहलबाजी
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By Sanjeet Kumar

CG PSC: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CG PSC) ने सिविल जज भर्ती परीक्षा का रिजल्‍ट जारी किया है। 48 पदों पर भर्ती के लिए हुई इस परीक्षा का रिजल्‍ट 11 जनवरी की देर शाम को जारी हुआ। आज सुबह से ही इस रिजल्‍ट को लेकर सोशल मीडिया में चुहलबाजी शुरू हो गई है।

सिविल जज परीक्षा की सोशल मीडिया चर्चा की एक बड़ी वजह चयनितों की जाति है। 35 नंबर पर पंकज शर्मा को अनूसूचित जाती (एससी) और 38 नंबर पर आकांक्षा सिंह को अनूसूचित जन जाति (एसटी) बताया दर्शाया गया है। रिजल्‍ट को सोशल मीडिया में शेयर करते हुए एक ने लिखा है कि CGPSC ने सिविल जज का रिजल्ट जारी किया है। 35 नंबर पर पंकज शर्मा को अनूसूचित जाती और 38 नंबर पर आकांक्षा सिंह को अनूसूचित जन जाति बताया जा रहा है। शर्मा जी अब SC हो गए हैं, की SC में शर्मा जी हैं? इसी पोस्‍ट पर एक यूजर ने लिखा है कि यहां भी गोल मॉल है । सभी मेरिट वालो का आंसर शीट जारी करे, ताकि नए प्रतिभागी मार्गदर्शन ले सके, और अब तो cbi है ही।

वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा है कि भाई शर्मा भी sc होते है कोई नया नहीं है इसमें। दीवान भी st होते है आजकल पहले सिर्फ ब्राह्मण लोग होते थे। सरनेम कोई कुछ भी लिख सकता है कोई दिक्कत नही है इसमें। सही है ये रिजल्ट। सिंह ST मे बहुत लोग लिखते हैं आपको जानकारी हो तो बिलासपुर संभाग में ही है अधिकांश और...शर्मा SC के बारे में शंका है फिर भी कहीं-कहीं सुना हूं।





बता दें कि सिविल जज परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं कल देर रात साक्षात्कार खत्म होने के चंद घंटों बाद ही परिणाम घोषित किए गए हैं। जिसमें सिविल जज के 48 पदों की अंतिम चयन सूची लोक सेवा आयोग ने जारी कर दी।

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने 8 दिसंबर 2022 को सिविल जज के 48 पदों पर विज्ञापन जारी किए थे। जिसके लिए 14 दिसंबर से फॉर्म भराए गए थे। व्यवहार न्यायाधीश प्रवेश परीक्षा 2022 के पदों में भर्ती हेतु मुख्य परीक्षा के दिनांक 17 अगस्त 2023 को जारी लिखित परीक्षा परिणाम में विज्ञापित पद का तीन गुना अर्थात 144 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार हेतु चिन्हांकन किया जाना था। परंतु वर्गवार/ उपवर्गवार अहर्र अभ्यर्थियों की उपलब्धता के आधार पर 152 अभ्यर्थियों को चिन्हांकन किया गया।

सिविल जज परीक्षा का रिजल्‍ट देखने के लिए यहां क्लिक करें

भाजपा नेताओं एवं अधिकारियों के बेटा, बेटियों का सिविल जज में चयनित होना भी घोटाला है?

सीजीपीएससी मे चयनित होकर सिविल जज बने सभी युवाओं को बधाई एवं शुभकामना देते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा बताएं सीजीपीएससी के सिविल जज की परीक्षा में मंत्री केदार कश्यप की भतीजी एवं पूर्व विधायक भाजपा नेत्री लक्ष्मी बघेल एवं अधिकारियों के बच्चों का चयन होना भी घोटाला है? भाजपा को सीजीपीएससी के परीक्षा में नेताओं एवं अधिकारियों के बच्चों के चयन होने पर आपत्ति था। विपक्ष में रहते भाजपा ने सीजीपीएससी की पारदर्शिता पर सवाल उठाए थे और युवाओं को भड़काने के लिए झूठे आरोप लगाकर आंदोलन किया था आज वहीं भाजपा अपने नेताओं के भतीजी पुत्र, पुत्री के चयन पर मौन क्यों है? भाजपा का यह दोगला चरित्र प्रदेश के युवा देख लिए हैं .अब भाजपा प्रदेश के युवाओं को भाजपा नेताओं के बच्चों के चयन पर जवाब देना चाहिए ? भाजपा नेताओं मे नैतिकता नाम की चीज है, तो वो सीजीपीएससी के परीक्षा में पूर्व में चयनित उम्मीदवारों से एवं प्रदेश के युवाओं से माफी मांगे या सीजीपीएससी के, जज के परिणाम को भी सीबीआई को सौंप कर जांच करने की हिम्मत दिखाए।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का काम निम्न स्तरीय राजनीति करना है कांग्रेस सीजीपीएससी में चयनित बच्चों के योग्यता पर कोई शंका जाहिर नहीं कर रही है। ना ही हम चयनित उम्मीदवारों के हौसला को तोड़ रहे बल्कि प्रदेश के युवाओं को जिन्हें भाजपा ने भड़काया था उन युवाओं के आगे भाजपा नेताओं के उस नफरत वाली राजनीति का पर्दाफाश कर रहे है प्रदेश के युवाओं को आइना दिख रहे है की प्रतियोगी परीक्षा में नेता एवं अधिकारियों के पुत्र, पुत्री का चयन होना उनकी योग्यता का आधार होता है। सीजीपीएससी के लिए बच्चे लगातार प्रयास करते हैं, तैयारी करते हैं और उनके योग्यता पर सवाल उठाना कहीं ना कहीं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे युवाओं का मनोबल तोड़ना है और यह निम्न स्तरीय काम सिर्फ बीजेपी करती है।


Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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