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एक और डाक्टर की मौत : 24 घंटे के भीतर कोरोना से दो डाक्टरों ने तोड़ा दम…. नर्सिंग होम चलाते थे चिकित्सक….कलेक्टर का निर्देश- अब शवयात्रा में सिर्फ 5 लोग होंगे शामिल…. मौत किसी भी वजह से हो घर नहीं ले जाया जायेगा शव

एक और डाक्टर की मौत : 24 घंटे के भीतर कोरोना से दो डाक्टरों ने तोड़ा दम…. नर्सिंग होम चलाते थे चिकित्सक….कलेक्टर का निर्देश- अब शवयात्रा में सिर्फ 5 लोग होंगे शामिल…. मौत किसी भी वजह से हो घर नहीं ले जाया जायेगा शव
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By NPG News

इंदौर 10 अप्रैल 2020। कोरोना से देश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मरीजों का आंकड़ा छह हजार से पार हो गया है, तो वहीं मौत का ग्राफ भी 200 से आगे निकल गया है। इसी बीच इंदौर शहर के एक और बुरी खबर आयी है। 24 घंटे के भीतर दो डाक्टरों की मौत हो गयी है। गुरुवार को देश में डाक्टर की मौत की पहली खबर इंदौर से आने के 24 घंटे के भीतर इंदौर से ही दूसरे डाक्टर की भी मौत की खबर आयी है।

डाक्टर का नाम ओमप्रकाश चौहान बताया जा रहा है, जो इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती थी। डॉ ओमप्रकाश चौहान शुगर और बीपी के पेशेंट थे। जानकारी के अनुसार वह लॉक डाउन के दौरान भी अपना क्लिनिक चला रहे थे। इंदौर में कोरोना से शुक्रवार को कुल 4 मौत हुई है। इससे पहले इंदौर के डाक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की मौत गुरुवार को उसी अरबिंदो अस्पताल में हो गयी थी।

इधर जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि किसी की भी शवयात्रा में सिर्फ 5 लोग ही शामिल होंगे। कलेक्टर मनीष सिंह ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। दरअसल इंदौर में 20 केस ऐसे हैं, जहां संक्रमण का फैलाव शवयात्रा या जनाजे में जाने की वजह से ही हुआ है।

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इंदौर में 2 दिन में 2 चिकित्सकों की मौत हुई है। दोनों क्लिनिक चलाते थे। ऐसे में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चिंता की विषय यह है कि आखिर इन चिकित्सकों को कोरोना हुआ कैसे? क्या क्लिनिक में ये कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए। क्योंकि वहां स्क्रीनिंग की तो कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे प्रशासन उन लोगों की हिस्ट्री भी निकाल सकती है जिनके संपर्क में ये दोनों चिकित्सक आए थे। डॉ. चौहान पहले सुयश अस्पताल में भर्ती हुए थे, तबियत में सुधार नहीं होने पर उन्हें अरबिंदो में भर्ती कराया गया था।

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