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CG Congress Ticket: 18 के फेर में फंसी कांग्रेस: जानिए...क्‍यों अटक गई सूची और क्‍या है छत्‍तीसगढ़ में प्रत्‍याशियों की घोषणा का संसद से कनेक्‍शन

CG Congress Ticket:

CG Congress Ticket: 18 के फेर में फंसी कांग्रेस: जानिए...क्‍यों अटक गई सूची और क्‍या है छत्‍तीसगढ़ में प्रत्‍याशियों की घोषणा का संसद से कनेक्‍शन
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By Sanjeet Kumar

Congress Ticket: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्‍याशी चयन की प्रक्रिया सत्‍तारुढ़ कांग्रेस पार्टी ने बड़ी तेजी से शुरू की। पार्टी ने सितंबर के पहले सप्‍ताह में पहली सूची जारी करने का ऐलान भी कर रखा था। पार्टी सूत्रों के अनुसार लगभग 30 सीटों पर नाम फाइनल भी हो गया है फिर अचानक पूरा मामला अटक गया है। इसको लेकर पार्टी के अंदर और बाहर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। पार्टी नेता सूची अटकने की दो प्रमुख वजह बता रहे हैं। इसमें एक पार्टी का इंटरनल है और दूसरी वजह संसद का विशेष सत्र है। टिकट वितरण में देर की इन दोनों वजहों को लेकर सियासी गरियारे में जमकर चर्चा हो रही है।

पार्टी के इंटरनल कारण से पहले चर्चा संसद के विशेष सत्र की। संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। इस सत्र का एजेंडा सरकार ने अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है। ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। एक चर्चा यह है कि संसद का विशेष सत्र देश का नाम इंडिया और भारत के स्‍थान पर केवल भारत करने के लिए बुलाया गया है। दूसरी चर्चा वन नेशन वन इलेक्‍शन बिल को लेकर है। कांग्रेस की सूची अटकने के पीछे इसे भी एक कारण बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यदि सरकार वन नेशन वन इलेक्‍शन यानी एक राष्‍ट्र एक चुनाव का विधेयक लाती है तो छत्‍तीसगढ़ के साथ ही मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा का चुनाव टल जाएगा। ऐसे में विधानसभा का चुनाव फरवरी से मई के बीच होगा, यानी 5 से 6 महीने का वक्‍त लग जाएगा। ऐसे में अभी से प्रत्‍याशी घोषित करना ठीक नहीं होगा। इतने लंबे वक्‍त में खरीदी फरोख्‍त और दलबदल जैसा खतरा रहेगा। लेकिन प्रदेश में जिस तरह से भाजपा विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है उसे देखकर नहीं लग रहा है कि केंद्र सरकार का ऐसा कोई इरादा है। बता दें कि दंतेवाड़ा से कल से भाजपा की परिवर्तन यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए अमित शाह यहां आ रहो हैं।

कांग्रेस की टिकट को लेकर अटकने के पीछे दूसरी चर्चा पार्टी के बड़े नेताओं की सूची है। पार्टी के सूत्र बता रहे हैं कि बड़े नेता कुछ सीटों पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाह रहे हैं। इसमें चुनाव समिति और पार्टी की स्‍क्रीनिंग कमेटी में बैठे नेता भी शामिल हैं। इसी वजह से कुछ सीटों पर प्रत्‍याशी को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है।

प्रदेश कांग्रेस ने पहले सितंबर के पहले सप्‍ताह में पार्टी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने की घोषणा की थी। इसके प्रत्‍याशी चयन की प्रक्रिया तेजी से चली। ब्‍लॉक से जिला और फिर प्रदेश कार्यालय तक दावेदारों की सूची निर्धारित समय पर पहुंच भी गई। प्रस्‍तावित नामों को लेकर प्रदेश स्‍तर पर बैठक भी लगभग निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही हुई। कहा गया कि करीब 30 सीटों पर नाम फाइनल हो गया है। इसको लेकर 5-6 सितंबर को राज्‍य की स्‍क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। इस बीच राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष खड़गे का 8 सितंबर को छत्‍तीसगढ़ दौरा का कार्यक्रम बन गया। इसकी वजह से बैठक टाल दी गई, लेकिन 8 की रात में सीएम हाउस में एक बैठक हुई। इस बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने बताया कि हर सीट की समीक्षा की जा रही है। ऐसे में सूची जारी होने में दो सप्ताह का समय लग सकता है।

यह भी पढ़ें- इन सीटों पर कांग्रेस प्रत्‍याशी फाइनल, आज खड़गे के सामने रखी जाएगी सूची

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्‍याशियों की पहली सूची इसी सप्‍ताह आ सकती है। प्रदेश कांग्रेस ने राज्‍य की कुछ सीटों पर नाम फाइनल कर लिया है। पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने आज वह सूची रखी जा सकती है। खड़गे की हरी झंडी मिलने के बाद स्‍क्रीनिंग कमेटी की बैठक की औपचारिकता पूरी कर सूची एआईसीसी को भेज दी जाएगी। प्रत्‍याशियों के नामों की घोषणा दिल्‍ली में केंद्रीय चुनाव समिति के अनुमोदन के बाद जारी की जाएगी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्‍लीक करें



Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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