Begin typing your search above and press return to search.

Chhattisgarh School News: कलेक्‍टरों की सुस्‍त चाल: स्‍कूल जतन योजना में भ्रष्‍टाचार पर 15 दिन में मांगी गई थी रिपोर्ट

Chhattisgarh School News: पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की स्‍कूल जतन योजना की जांच ज्‍यादातर जिलों में अब तक शुरू नहीं हो पाई है, जबकि 8 अगस्‍त में उन्‍हें पत्र भेजकर 15 दिन में रिपोर्ट मांगी गई थी।

Chhattisgarh School News: कलेक्‍टरों की सुस्‍त चाल: स्‍कूल जतन योजना में भ्रष्‍टाचार पर 15 दिन में मांगी गई थी रिपोर्ट
X
By Sanjeet Kumar

Chhattisgarh News: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान स्‍कूल भवनों की मरम्‍मत सहित अन्‍य कार्यें के लिए स्‍कूल जतन योजना शुरू की गई थी। हर स्‍कूल को 5-5 लाख रुपये दिए गए थे। इस योजना पर करीब 2 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। आरोप है कि ज्‍यादातर स्‍कूलों में योजना के तहत कोई काम नहीं हुआ और पूरा पैसा भ्रष्‍टाचार की भेंट चढ़ गया। विपक्ष में रहते इस योजना को लेकर लगातार हमलावर रही। वहीं, सत्‍ता में आते ही पूरे मामले की जांच के निर्देश जारी कर दिए गए।

मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय के निर्देश का हवाला देते हुए स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने मुख्यमंत्री के निर्देश का हवाला देते हुए ने 8 जुलाई को इस संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्‍टरों को पत्र लिखा था। इसमें सीएम के निर्देश का हवाला देते हुए पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 15 दिन के भीतर देने का निर्देश दिया था। आदेश जारी होने के करीब दो महीने बाद 12 और 13 सितंबर को कलेक्‍टरर्स कांफ्रेंस हुआ, तब तक किसी भी जिले से इसकी रिपोर्ट नहीं पहुंची थी। बैठक के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान सीएम ने खुद स्‍कूल जतन योजना की जिक्र करते हुए कहा कि सरकार जांच करा रही है, जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।

डीपीआई के पत्र के बाद राज्‍य के 33 में से केवल 4 जिलों से ही रिपोर्ट आई है। बाकी जिलों में स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने के 8 जुलाई का जारी पत्र को ज्‍यादातर कलेक्‍टरों ने फाइल में दबा दिया था, लेकिन कलेक्‍टर्स कांफ्रेंस में सीएम विष्‍णुदेव ने जब इस पर सवाल किया तो सभी का माथ ठनक गया। बताया जा रहा है कि बैठक से लौटने के बाद अब कलेक्‍टरों ने उस आदेश की खोज खबर लेने के बाद उस पर कार्रवाई शुरू की है। ऐसे में स्‍कूल जतन योजना पर जिलों से डीपीआई को कब तक रिपोर्ट आएगी यह कहना मुश्किल है।

यह भी पढ़ि‍ये- भूपेश सरकार की 2 हजार करोड़ की ‘स्कूल जतन योजना’ में भ्रष्‍टाचार.! नपेंगे कई अफसर

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

Read MoreRead Less

Next Story