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Earthquake in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में भूकंप: चार महीने में दूसरी बार अंबिकापुर में महसूस किया गए झटके, जाने कहा था केंद्र

Earthquake in Chhattisgarh:

Earthquake in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में भूकंप: चार महीने में दूसरी बार अंबिकापुर में महसूस किया गए झटके, जाने कहा था केंद्र
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By Sanjeet Kumar

Earthquake in Chhattisgarh: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ के अंबिकापुर में आज दोपहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार को महसूस किए गए भूकंप का केंद्र अंबिकापुर से लगभग 130 किलो मीटर दूर मध्‍य प्रदेश के सिंगरौली मे था। भूकंप के झटके दोपहर करीब पौने तीन बजे महसूस किए गए। रिएक्‍टर स्‍केल पर इसकी तीव्रता 3.3 मापी गई। इससे किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।

बता दें कि इससे पहले 28 अगस्‍त को भी अंबिकापुर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसी वर्ष 24 मार्च को अंबिकापुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 11 जुलाई को कोरिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 4.3 थी। इसके बाद कोरिया में ही 29 जुलाई को भूकंप आया। इसकी तीव्रता 4.6 थी। 4 अगस्त को सूरजपुर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर भूकंप आया। इसकी तीव्रता 3.0 थी।

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में फिर भूकंप आ सकता है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि पिछले पांच साल के जो आंकड़े हैं, उसके आधार पर रिसर्चर यह अनुमान लगा रहे हैं। इसके दो कारण हैं। एक तो यह कि छत्तीसगढ़ का सरगुजा वाला हिस्सा भूकंप के खतरे के लिहाज से बांटे गए जोन-3 में आता है, जहां इसकी संभावना बनी रहती है। दूसरा कारण कोयले का खनन है। इस इलाके में लगातार कोयले का खनन हो रहा है, जिससे जमीन खोखली हो रही है। खाली स्थानों पर जो पानी है, उसे बड़े बोर से निकाला जा रहा है। टेक्टोनिक प्लेट के मूवमेंट के लिए यह भी एक कारण है, जिससे भूकंप आता है।

जो आंकड़े सामने आए वह चिंताजनकटेक्टोनिक प्लेट पृथ्वी के ऊपरी सतह जिसे क्रस्ट कहा जाता है के नीचे का हिस्सा है। ऐसी कई प्लेटें हैं, जिसमंं मूवमेंट होता है। इन प्लेटों में जब घर्षण होता है, खिंचाव होता है या ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं तो उससे कंपन पैदा होता है। यही भूकंप है। अंबिकापुर स्थित राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के रिसर्च असिस्टेंट यमलेश कुमार निषाद और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रंजीत कुमार ने 2018 के बाद हुई भूकंप की घटनाओं और केंद्र सरकार की अलग-अलग एजेंसियों से मिले डाटा के आधार पर जो अनुमान लगाया है, उसके मुताबिक सरगुजा इलाके में भूकंप की संभावना बनी रहेगी। विस्‍तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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