क्यों कह रहे हैं चर्चित प्रकाशन समूह हिंदी युग्म के प्रकाशक शैलेश भारतवासी “विवाद से फ़ायदा होता है..”
रायपुर,20 मार्च 2021। आज के दौर में हिंदी की चर्चित और प्रतिष्ठित प्रकाशन समूहों में एक हिंदी युग्म नई हिंदी के नाम से प्रयोग कर रही है। पाठकों के बीच आलोचना और सराहना दोनों ही यह नई हिंदी को लेकर होते रहती है। हिंदी युग्म प्रकाशन के प्रकाशक शैलेष भारतवासी से बात करते वक्त यह जानना भी दिलचस्प था कि विवादों को वे फ़ायदे का सबब मानते हैं।
क्या है नई हिंदी का मसला और क्यों विवाद फ़ायदे का सबब हैं.. नए लेखकों को आख़िर क्या करना चाहिए.. इन मसलों पर शैलेष भारतवासी से संवाद किया हमारे वरिष्ठ सहयोगी याज्ञवल्क्य ने