New Noida: गुरुग्राम को टक्कर देने आ रहा ‘न्यू नोएडा’, जानें कैसे बदल जाएगा उत्तर प्रदेश का भविष्य
न्यू नोएडा परियोजना उत्तर प्रदेश को भारत के सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में शामिल कर सकती है। यह न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि गुरुग्राम जैसे विकसित क्षेत्रों को चुनौती देकर प्रतिस्पर्धा को नई दिशा देगा।
New Noida: उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुग्राम के मुकाबले एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में ‘न्यू नोएडा’ को विकसित करने की योजना को मंजूरी दे दी है। राज्य के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई पर ले जाने वाली यह परियोजना न केवल हरियाणा के गुरुग्राम, बल्कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे निवेश केंद्रों को भी पीछे छोड़ने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
‘न्यू नोएडा’ का मास्टर प्लान: 84 गांव होंगे शामिल
‘न्यू नोएडा’ परियोजना दादरी और बुलंदशहर के 84 गांवों में फैली होगी। इसे चार चरणों में विकसित किया जाएगा और 2041 तक पूरा करने की योजना है। इस क्षेत्र को हाईटेक सुविधाओं से लैस स्मार्ट सिटी के रूप में डिजाइन किया जाएगा।
प्रमुख विशेषताएं:
- रियल टाइम मॉनिटरिंग: शहरीकरण की समस्याओं का त्वरित समाधान।
- पर्यावरण अनुकूलता: सस्टेनेबल डेवलपमेंट को प्राथमिकता।
- सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट: अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग।
- ग्लोबल लेवल इंफ्रास्ट्रक्चर: दुबई और सिंगापुर जैसे आधुनिक शहरों की तर्ज पर।
निवेश की संभावनाएं: जापानी, कोरियाई और अमेरिकी सिटी
उत्तर प्रदेश पहले ही अपनी विस्तार योजनाओं के तहत हरियाणा को चुनौती दे चुका है।
- जेवर एयरपोर्ट के नजदीक अमेरिकी, जापानी और कोरियाई सिटी का निर्माण हो रहा है।
- अमेरिकी सिटी:
- क्षेत्रफल: 1200 एकड़।
- उद्देश्य: अंतरराष्ट्रीय स्कूल, कॉलेज और सांस्कृतिक संस्थान।
- निवेश: 6 वर्षों में 4 अरब डॉलर।
- जापानी सिटी: 395 हेक्टेयर भूमि।
- कोरियाई सिटी: 365 हेक्टेयर भूमि।
इन योजनाओं के जरिए उत्तर प्रदेश अपनी वैश्विक पहचान और औद्योगिक रुतबे को नई दिशा दे रहा है।
हरियाणा बनाम उत्तर प्रदेश: कौन होगा आगे?
हरियाणा का ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट अभी धीमी गति से चल रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश ने ‘न्यू नोएडा’ के मास्टर प्लान को मंजूरी देकर बढ़त बना ली है।
विशेषज्ञों का कहना है कि:
- गुरुग्राम का मौजूदा विकास मॉडल IT हब और कॉर्पोरेट इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित है।
- ‘न्यू नोएडा’ इसके मुकाबले सस्टेनेबल डेवलपमेंट और हाईटेक सुविधाओं के मामले में अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाएगा।
‘न्यू नोएडा’ का प्रभाव: यूपी बनेगा निवेश का केंद्र
योगी सरकार की नई नीतियां राज्य को भविष्य का निवेश केंद्र बनाने पर केंद्रित हैं।
- रियायतें और प्रोत्साहन: उद्योगों के लिए आकर्षक नीतियां।
- बुनियादी ढांचा: विश्व स्तरीय सुविधाओं का विकास।
- निवेशकों का विश्वास: शीर्ष कंपनियों को उत्तर प्रदेश की ओर खींचने की कोशिश।
विशेषज्ञ मानते हैं कि:
- ‘न्यू नोएडा’ गुरुग्राम के लिए सीधी चुनौती पेश करेगा।
- भविष्य में उत्तर प्रदेश निवेश का प्रमुख केंद्र बन सकता है।